अखिलेश यादव का आरोप, समाजवादी पार्टी के कामों को अपना बता रही है भाजपा सरकार
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने शुक्रवार को 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार देने का ऐसा ड्रामा किया जिसकी दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है।
लखनऊ, जेएनएन। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि 70 वर्षों में जो मुमकिन न हुआ वो भाजपा राज में जुमलों में पूरा हो जाता है। भाजपा राज में समाजवादी सरकार के समय के कामों को अपना बताकर वाहवाही लूटी जा रही है। कुशीनगर में इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए समाजवादी सरकार में 200 करोड़ रुपये जमीन खरीदने और 200 करोड़ रुपये रनवे, बाउंड्री व अन्य निर्माण के लिए दिया गया लेकिन, भारत सरकार द्वारा प्रोजेक्ट की मंजूरी मिलने की खबर को ऐसे प्रचारित किया जा रहा है जैसे उन्होंने ही सब कुछ किया है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा ने शुक्रवार को 1.25 करोड़ लोगों को रोजगार देने का ऐसा ड्रामा किया, जिसकी दूसरी मिसाल मिलना मुश्किल है। उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार कई इनवेस्टमेंट मीट करा चुकी, कई एमओयू होने की खबरें छपीं, लेकिन अभी तक कहीं एक भी कारखाना लगने की सूचना नहीं है। किसी बैंक ने किसी उद्योगपति को लोन नहीं दिया। कहीं भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही नहीं शुरू हुई। आत्मनिर्भर रोजगार का दूसरा झूठ यह है कि यहां पहले से कुम्हार, हलवाई, राजमिस्त्री आदि अपने धंधे करते रहे हैं। नोटबंदी के बाद लाॅकडाउन ने उनका कामकाज ठप्प कर दिया है। प्रदेश की भाजपा सरकार लघु और छोटे उद्योगों की केवल प्रेस विज्ञप्तियों में चिंता करती है अन्यथा उसका सारा ध्यान बड़े उद्योगपतियों के आवभगत में रहता है।
मनरेगा में जनता को नाममात्र के अस्थायी रोज़गार का झुनझुना देने की जगह उप्र के मुख्यमंत्री ये बताएं कि तथाकथित ‘इंवेस्टर मीट्स’ और ‘डिफ़ेंस एक्सपो’ के बाद हुए कितने करार सच में बैंकों के सहयोग से ज़मीन पर उतरे हैं व उनसे कितनों को सच्चा रोज़गार मिला है.#BharatiyaJhunjhunaParty — Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 26, 2020
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि रोजगार के झूठे दावों की वजह से ही भाजपा सरकार आज तक नए औद्योगिक संस्थानों का ब्योरा नहीं दे पाई है। नौजवानों को रोजगार नहीं मिलने से उनके सामने भविष्य का अंधेरा है। जब पहले से ही युवा बेरोजगार घूम रहा है तब दूसरे प्रदेशों से आए युवाओं को कहां रोजगार मिल पाएगा? जब बड़े संस्थान नहीं तो कुशल कार्मिको को कहां नौकरी मिलेगी? अंततः उन्हें वापस फिर दूसरे प्रदेशों में जाना पड़ेगा। स्थानीय कारीगरों के लाभ के लिए समाजवादी सरकार में लखनऊ में अवध शिल्पग्राम की स्थापना की गई थीं भाजपा सरकार के समय वहां सन्नाटा पसरा रहता है। सिंगल अथवा डबल इंजन की सरकारें सिर्फ सपने दिखाने और लोगों को बहकाने में माहिर है। भाजपा को अब धोखा देने की सीमा तय कर लेनी चाहिए। संकट बढ़ता जा रहा है, मर्ज बढ़ता जा रहा है। आज राज्य सरकार दिलासा देकर दिन काट रही है।