सोनिया गांधी रायबरेली दौरे में रही केंद्र सरकार पर हमलावर
अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज जिला अनुश्रवण समिति की बैठक में चार घंटे से ज्यादा समय दिया। यहां कांग्रेस और सपा की जुगलबंदी भी नजर आई।
लखनऊ। अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज जिला अनुश्रवण समिति की बैठक में चार घंटे से ज्यादा समय दिया। यहां कांग्रेस और सपा की जुगलबंदी भी नजर आई। इंदिरा आवास योजना का नाम बदलने पर केंद्र सरकार के खिलाफ सोनिया गांधी के निंदा प्रस्ताव को सपा ने समर्थन दिया। राज्य सरकार के मंत्री मनोज पांडेय द्वारा रखे आपदा राहत वितरण व विद्युत आपूर्ति सुधार पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष ने सहमति जतायी।
बैठक में केंद्रीय योजनाओं में धन की कटौती एवं आंवटन में देरी को लेकर सपा और कांग्रेस के प्रतिनिधि एक राय थे। सोनिया गांधी की अध्यक्षता में सपा के मंत्री और विधायक केंद्र सरकार को कोसने के लिए कांग्रेसियों के स्वर में स्वर मिलाते रहें। प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना समेत एक दर्जन से अधिक विकास योजनाओं में केंद्रांश समय से नहीं मिलने पर साझा मांगपत्र लिखने का निर्णय लिया गया। बैठक के बाद सोनिया गांधी पत्रकारों से बचकर निकल गयी परंतु मंत्री मनोज पांडेय ने विकास कार्य अटकने का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ा। एम्स और स्मार्ट सिटी जैसे मुद्दों पर भाजपा की निंदा की।
वजूद बचाने की चिंता
सोनिया गांधी के बदले सियासी रवैये को वजूद बचाने की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है। राज्यसभा और विधानपरिषद के चुनाव में फंसे कांग्रेस उम्मीदवारों को सपा का साथ मिलने का कयास है। कांग्रेस की प्रतिष्ठा पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल व उपाध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले दीपक सिंह की उम्मीदवारी को लेकर दांव पर है। कांग्रेस राज्यसभा व विधानपरिषद चुनाव से पहले अपने रिश्ते सपा से नहीं बिगाडऩा चाहेगी। इसके अलावा आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा के उभार को रोकने के लिए भी कांग्रेस फिक्रमंद है।
मिशन 2017 की तैयारी
सोनिया के दौरे में मिशन 2017 की तैयारी भी छिपी थी। गत विधानसभा चुनाव की तरह जिले में कांग्रेस का बुरा हश्र नहीं हो पाए, इसके लिए क्षेत्रीय जनता की पेयजल और जर्जर सड़कें जैसे समस्याओं के समाधान पर कांग्रेस अध्यक्षा पूरा ध्यान दिए हुए हैं। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पांच पांच आर ओ पम्प लगाने की घोषणा कर सोनिया ने पेयजल समस्या के समाधान की कोशिश की। वहीं ब्लाक और जिला कमेटियों के पदाधिकारियों से बैठक करके संगठन की मजबूती पर जोर दिया।
टिकटार्थियों की लाइन लगी
भुएमऊ गेस्ट हाउस में सोनिया गांधी से मिलने वालों में आम नागरिकों से ज्यादा टिकट मांगने वालों की संख्या रही। बुधवार को प्रात: साढ़े आठ बजे से गेस्ट हाउस के बाहर कार्यकर्ताओं का जमघट लगा था। कमालपुर से आए हरीश तिवारी ने बताया कि हारे हुए सभी प्रत्याशियों को बदलने के संकेत है। इसी कारण दावेदार बढ़े हैं। अंतिम फैसला प्रियंका गांधी लेंगी लेकिन सोनिया का आशीर्वाद मिले बगैर काम नहीं चलेगा।