बाल विवाह के खिलाफ खड़ा हुआ सोनभद्र का केवाल गांव
सोनभद्र में बाल विवाह के खिलाफ जागरण पहल व यूनिसेफ द्वारा छेड़े गए अभियान की गूंज सूबे के अंतिम विधानसभा क्षेत्र दुद्धी के अति नक्सल प्रभावित गांव केवाल तक पहुंच गई है।
लखनऊ। सोनभद्र में बाल विवाह के खिलाफ जागरण पहल व यूनिसेफ द्वारा छेड़े गए अभियान की गूंज सूबे के अंतिम विधानसभा क्षेत्र दुद्धी के अति नक्सल प्रभावित गांव केवाल तक पहुंच गई है। इस अभियान से प्रभावित बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर संगीत वर्मा की अगुवाई में शुक्रवार को गांव में जनजागरुकता रैली निकली। इसके साथ ही उपस्थित महिलाओं ने नीर, अंबर व धरा को साक्षी मानकर बाल विवाह रोकने के लिए संकल्प लिया। दैनिक जागरण में बाल विवाह को लेकर प्रकाशित खबरों से प्रभावित संगीत वर्मा ने केवाल गांव की आंगनबाड़ी, आशा आदि के साथ पंचायत भवन पर महिलाओं को एकत्र कराया। इस दौरान बाल विवाह से होने वाली हानियों के साथ ही इसका भविष्य पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव की बाबत विस्तारपूर्वक जानकारी दी। सुपरवाइजर की बात को गंभीरता से लेते हुए ग्राम पंचायत सदस्य जावित्री देवी, यशोदा, दुखनी, प्रभा देवी समेत दर्जनों महिलाओं ने इस पर बेबाकी से अपनी बात रखते हुए इसके लिए गांव में जन जागरुकता रैली निकालने का निर्णय लिया। पंचायत भवन से कतारबद्ध हुई महिलाएं, किशोरियां व बच्चे बाल विवाह बंद करो का नारा लगाते हुए गांव की डगर पर टहर गए। डीहवर बाबा के भीटे के समीप बांध के पानी, धरती व खुले आसमान को साक्षी मानकर किसी भी हाल में बाल विवाह न करने व न ही किसी का होने देंगे का संकल्प लिया।