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अब जुलाई से लगेगी बिजली चोरी पर लगाम, इसी महीने आ जाएंगे स्मार्ट मीटर

चौक व ठाकुरगंज के लाइन लास वाले फीडर से पोषित क्षेत्र होंगे लैस। आठ डिवीजन में दो लाख साठ हजार मीटर लगाने की तैयारी।

By JagranEdited By: Published: Mon, 04 Jun 2018 05:15 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jun 2018 05:15 PM (IST)
अब जुलाई से लगेगी बिजली चोरी पर लगाम, इसी महीने आ जाएंगे स्मार्ट मीटर
अब जुलाई से लगेगी बिजली चोरी पर लगाम, इसी महीने आ जाएंगे स्मार्ट मीटर

लखनऊ[जागरण संवाददाता]। राजधानी के पुराने शहर में जुलाई से स्मार्ट मीटर लगने लगे, इसके लिए कवायद तेज हो गई है। इसी माह स्मार्ट मीटर की पहली खेप आ जाएगी और चौक व ठाकुरगंज के उन फीडरों में सबसे पहले मीटर लगाए जाएगे, जो बिजली महकमे के राजस्व का आकड़ा बिगाड़ रहे हैं। मीटर की उपलब्धता अगर बराबर मिलती रही तो आगामी आठ से दस महीने में निजी कंपनिया दो लाख साठ हजार मीटर बदल देंगी। इससे उपभोक्ता बिजली चोरी, स्वीकृत भार से अधिक लोड और यूनिट स्टोर नहीं कर पाएंगे। यही नहीं बिजली चोरी करने पर अगर मीटर बंद होता है तो भी जीपीएस के जरिए संबंधित अभियंता व कंट्रोल रूम को पता चल जाएगा। कुल मिलाकर चोरी करने की आदत उन उपभोक्ताओं को छोड़नी होगी, जिन्हें मुफ्त की बिजली की आदत पड़ गई थी। मध्याचल के अभियंताओं के मुताबिक, चरणबद्ध तरीके से लखनऊ के आठ डिवीजन के 38 बिजली घरों के लिए 2,60,319 उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर मंगाए गए हैं। यह मीटर इन बिजली घरों से पोषित उपभोक्ताओं के यहा चरणबद्ध तरीके से लगाए जाएंगे। अभियंताओं के मुताबिक जिन डिवीजन में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, उनमें अपट्रान, अमीनाबाद, आलमबाग, हुसैनगंज, ठाकुरगंज, चौक, राजभवन, ऐशबाग हैं। मीटर की नहीं देनी होगी कीमत

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मध्याचल अभियंताओं ने बताया कि मीटर बदलने का काम निश्शुल्क किया जाएगा। इसके एवज में उपभोक्ताओं से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नया मीटर लगने की उन्हें रसीद दी जाएगी और पुराने मीटर जमा हो जाएंगे।

लखनऊ[जागरण संवाददाता]। राजधानी के पुराने शहर में जुलाई से स्मार्ट मीटर लगने लगे, इसके लिए कवायद तेज हो गई है। इसी माह स्मार्ट मीटर की पहली खेप आ जाएगी और चौक व ठाकुरगंज के उन फीडरों में सबसे पहले मीटर लगाए जाएगे, जो बिजली महकमे के राजस्व का आकड़ा बिगाड़ रहे हैं। मीटर की उपलब्धता अगर बराबर मिलती रही तो आगामी आठ से दस महीने में निजी कंपनिया दो लाख साठ हजार मीटर बदल देंगी। इससे उपभोक्ता बिजली चोरी, स्वीकृत भार से अधिक लोड और यूनिट स्टोर नहीं कर पाएंगे। यही नहीं बिजली चोरी करने पर अगर मीटर बंद होता है तो भी जीपीएस के जरिए संबंधित अभियंता व कंट्रोल रूम को पता चल जाएगा। कुल मिलाकर चोरी करने की आदत उन उपभोक्ताओं को छोड़नी होगी, जिन्हें मुफ्त की बिजली की आदत पड़ गई थी। मध्याचल के अभियंताओं के मुताबिक, चरणबद्ध तरीके से लखनऊ के आठ डिवीजन के 38 बिजली घरों के लिए 2,60,319 उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट मीटर मंगाए गए हैं। यह मीटर इन बिजली घरों से पोषित उपभोक्ताओं के यहा चरणबद्ध तरीके से लगाए जाएंगे। अभियंताओं के मुताबिक जिन डिवीजन में स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं, उनमें अपट्रान, अमीनाबाद, आलमबाग, हुसैनगंज, ठाकुरगंज, चौक, राजभवन, ऐशबाग हैं। मीटर की नहीं देनी होगी कीमत

मध्याचल अभियंताओं ने बताया कि मीटर बदलने का काम निश्शुल्क किया जाएगा। इसके एवज में उपभोक्ताओं से किसी प्रकार का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। नया मीटर लगने की उन्हें रसीद दी जाएगी और पुराने मीटर जमा हो जाएंगे।


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