लखनऊ में 20 मार्च तक हर हाल में तैयार होगा स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम, कमिश्नर ने दिए निर्देश
उत्तर प्रदेश मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर ने किया कमांड कंट्रोल सेंटर दौरा मार्च से आटोमेटिक चालान को प्रभावशाली बनाने के निर्देश।
लखनऊ, जेएनएन। स्मार्ट सिटी का कमांड कंट्रोल सेंटर सवा साल से अपने पूरे होने की बाट जोह रहा है। कभी दिसंबर में उद्घाटन की चर्चा उठी तो कभी डिफेंस एक्सपो के बाद। रविवार को मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम और पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने निरीक्षण किया तो अभी तमाम कमियां और खामियां मिलीं। अधिकारियों ने 20 मार्च तक सभी काम पूरे करने के निर्देश दिए, ताकि लोकार्पण की तिथि तय हो सके।
मार्च से ही ऑटोमेटिक चालान सिस्टम भी होगा शुरू
दोनों अधिकारियों ने सेंटर में स्थापित इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) भी देखा और अधूरे कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। आटोमेटिक चालान सिस्टम को मार्च से लागू करने के निर्देश के साथ ही पाक्षिक रिपोर्ट भी देने को कहा। मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने कहा कि ट्रैफिक सिग्नल एवं आइटीएमएस सिस्टम लगाने में जिन विभागों से समन्वय में समस्या आ रही है उसे तत्काल दूर करें। पुलिस आयुक्त ने ट्रैफिक लाइट लगाने में आ रही समस्या को लेकर एनएचएआइ के अधिकारी से बात की। इससे उम्मीद जगी है कि जल्द ही यह समस्या हल होगी।
स्मार्ट सिटी बोर्ड में रखा जाएगा आइटीएमएस खर्च
अधिकारियों ने मंडलायुक्त व पुलिस आयुक्त को बताया कि ट्रैफिक लाइट्स या अतिरिक्त एएनपीआर कैमरा, सर्विलांस कैमरा की आवश्यकता को पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस विभाग द्वारा संचालित दृष्टि को आइटीएमएस में जोडऩे के लिए जो खर्च आएगा, उसे स्मार्ट सिटी बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। फरवरी के अंत तक दृष्टि के सभी कैमरों को फीड आइसीसीसी में टर्मिनेट करने के लिए टेक्नोसिस फर्म के वेंडर को निर्देश दिए गए हैं।
प्रमुख चौराहे अतिक्रमण मुक्त होंगे
निरीक्षण के दौरान पुलिस आयुक्त ने कहा कि 29 फरवरी तक प्रमुख चौराहों से अवैध वेंडर को हटाया जाए। चौराहों को अतिक्रमण मुक्त किया जाए।
नियमित होगी मानीटरिंग
आइटीएमएस के अंतर्गत लगाए गए सिस्टम से चौराहों पर यातायात दबाव में कितनी कमी आई है, इसकी मानीटङ्क्षरग के साथ ही पुलिस सर्विलांस से मिले सहयोग का भी नियमित विश्लेषण किया जाएगा। वहीं फरवरी के अंत तक ट्रायल एंड एरर सिस्टम को फुल प्रूफ बनाने के निर्देश दिए।
आइटीएमएस से आयी प्रदूषण में कमी
निरीक्षण के दौरान समीक्षा हुई, जिसमें पाया गया कि इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सिस्टम के सकारात्मक परिणाम पाए गए। इससे ध्वनि प्रदूषण में कमी आने के साथ ही चौराहों एवं मार्गों पर यातायात के समय में कमी आयी है। वहीं आयुक्त ने ट्रैफिक पुलिस व स्मार्ट सिटी मिशन के अधिकारियों के साथ प्रत्येक माह बैठक करने के निर्देश दिए।