फुटपाथ पर सोना हुआ पूरी तरह से प्रतिबंधित, शेल्टर होम में शिफ्ट किए जाएंगे असहाय लोग Lucknow News
लखनऊ में सड़क पर बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए सरकार का निर्णय नगर निगम ने सभी शेल्टर होम में शिफ्ट किए जाएंगे गरीब और असहाय लोग।
लखनऊ [अजय श्रीवास्तव]। यह खबर आए दिन सुनने को मिलती है कि फुटपाथ पर बस या ट्रक चढ़ गई और कई की मौत। सरकार ने अब इन अकाल मौतों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। इसके तहत अब फुटपाथ पर सोना पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है। नगर निगम को भी निर्देश दिए गए हैं कि फुटपाथ पर असुरक्षित जीवन यापन कर रहे लोगों को शेल्टर होम में शिफ्ट किया जाए।
मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम की तरफ से जारी आदेश के बाद नगर निगम ने करीब 1900 क्षमता वाले अपने सभी शेल्टर होम को दुरुस्त कर दिया है। मंडलायुक्त ने अपने आदेश में कहा है कि एक सप्ताह पहले शासन ने उच्चस्तर से निर्देश दिया कि किसी भी व्यक्ति को सड़कों के किनारे फुटपाथ पर सोने के लिए पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जाए।
अभी ये थी व्यवस्था
वैसे सरकार ने पूरे प्रदेश के शहरी क्षेत्र में फुटपाथ पर सोने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अभी तक कड़ाके की ठंड पडऩे पर खुले में सोने वालों को सुरक्षित जगह ले जाया जाता था। शेल्टर होम के साथ ही स्कूल परिसर समेत बंद जगहों का उपयोग खुले में सोने वालों के लिए किया जाता था लेकिन, पिछले कुछ दिनों से शहरी क्षेत्र में सड़क किनारे फुटपाथ पर सोने वाले वाले दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं।
यहां दें सूचना
आपको अगर कोई असहाय, निराश्रित मिले तो कंट्रोल रूम 112 पर सूचना दें।
शेल्टर होम में हैं सारे प्रबंध
नगर निगम ने अपने 23 शेल्टर होम को तैयार कर दिया है। यहां पेयजल, बिस्तर के भी प्रबंध कर दिए गए हैं। यह शेल्टर होम सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कुछ साल पहले ही बनाए गए थे। इसमें 1900 लोगों के रहने की क्षमता है। किचन के साथ ही रहने का पर्याप्त इंतजाम भी है।
नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि 'अगर कोई सड़क पर सोता मिले तो नजदीक के शेल्टर होम पर सूचना दे सकते हैं। कुछ शेल्टर होम का संचालन निजी संस्थाओं को दिया गया है। शेल्टर होम पर सभी अवश्य सुविधाएं दुरुस्त करा दी गई है।