कुशल प्रवासी श्रमिकों को यूपी में मिलेगा रोजगार, कोरोना संक्रमण काल में सारथी बनेगा सेवामित्र एप
श्रमिक जो अपना पंजीयन आनलाइन नहीं करा सकते उनकी सुविधा के लिए हर ब्लाॅक में कर्मचारी को पंजीयन के लिए लगाया गया है। आफलाइन पंजीयन की व्यवस्था केवल कम पढ़े लिखाें के लिए है। शारीरिक दूरी बनाकर उनका पंजीयन ब्लाॅक स्तर कराया जाएगा।
लखनऊ, [जितेंद्र उपाध्याय]। कोरोना संक्रमण काल में सबसे ज्यादा प्रभाव मजदूरों और रोजमर्रा का काम करने वाले कुशल कारीगरों पर पड़ रहा है। संक्रमण काल में बाहर से सूबे में आए ऐसे कुशल प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के लिए बनाया गया सेवामित्र एप एक बार फिर सक्रिय करने की तैयारी शुरू हो गई है। सरकार की मंशा के अनुरूप कुशल श्रमिकों को तलाश कर विविध विभागों में काम के अवसर उपलब्ध कराना इसका मुख्य उद्देश्य है। प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग के इस एप से न केवल कुशल प्रवासी श्रमिक घर बैठे अपना पंजीयन करा सकते हैं बल्कि उन्हें इसके माध्यम से रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
ऐसे काम करेगा एप : सेवायोजन विभाग की वेबसाइट sewayojan.up.nic.in पर कोई की कुशल प्रवासी मजदूर अपना आनलाइन पंजीयन करा सकता है। पंजीयन के दौरान जरूरी दस्तावेज और अन्य जानकारियां भी आनलाइन वेबसाइट पर मिल जाएगी। सेवामित्र एप की खास बात यह है कि इसमे अधिकतम आयु की कोई सीमा नही है। ऐसे में युवा से लेकर बुजुर्ग तक इसमे अपना पंजीयन करा सकते हैं।
ब्लॉक स्तर पर भी चलेगा अभियान : श्रमिक जो अपना पंजीयन आनलाइन नहीं करा सकते, उनकी सुविधा के लिए हर ब्लाॅक में कर्मचारी को पंजीयन के लिए लगाया गया है। आफलाइन पंजीयन की व्यवस्था केवल कम पढ़े लिखाें के लिए है। शारीरिक दूरी बनाकर उनका पंजीयन ब्लाॅक स्तर कराया जाएगा। किसी को भी लालबाग स्थित क्षेत्रीय सेवायोजन कार्यालय आने की जरूरत नही है।
65 तरह के रोजगार : इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर, बाइक रिपेयर मिस्त्री, कारपेंटर, ब्यूटीशियन, फोटोग्राफर, टीवी मैकेनिक, कार मिस्त्री, कंप्यूटर मिस्त्री, मोबाइल मिस्त्री,पंप रिपेयर, इंजन मैकेनिक, शीट मेटल, ख्ररादी जैसे 65 तरह के कौशल वाले का पंजीयन किया जाएगा। सभी 65 विधाओं की जानकारी सेवायोजन विभाग की वेबसाइट से ली जा सकती है।
लखनऊ समेत सूबे के सभी जिलों में संक्रमण को देखते हुए एप को सक्रिय करने की कवायद चल रही है। कम पढ़े लिखे मजदूरों के लिए ब्लॉक में कर्मचारियों को लगाया जाएगा। ब्लॉक में केवल कम पढ़े लिखे असहाय को ही जाना है। संक्रमण से बचने के लिए आपको भीड़़ बढ़ाने की इजाजत नहीं होगी। मास्क के बगैर आप कर्मचारी से संपर्क नहीं कर पाएंगे। ऐसे में मास्क और दस्ताने के साथ ही ब्लॉक में संपर्क कर सकेंंगे। - कुणाल शिल्कू, निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन
300 उद्योगों को मिलेगी ऑनलाइन एनओसी
कोरोना संक्रमण में शहरी इलाकों में स्थापित करीब 300 उद्योगों को संचालित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। राजधानी में कारखाना चलाने के लिए संचालकों को एनओसी के लिए जिला उद्याेग केंद्र नहीं आना पड़ेगा। सरकारी शासनादेश के सापेक्ष सभी को कारखाना संचालन की अनुमति दी जाएगी। काेरोना के संक्रमण से बचाने लिए जिला उद्योग केंद्र के उपायुक्त मनोज चौरसिया की ओर से उद्योग की अनुमति ऑनलाइन देने का निर्णय लिया गया है। उपायुक्त ने बताया कि कारखाना संचालक जिला उद्योग केेंद्र वेबसाइट diupmsme.upsdc.gov.in पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्र की सभी छोटे बड़े उद्योगों को खोलने की अनुमति दी गई है। बेरोजगार ऑनलाइन स्वरोजगार की स्कीम के लिए भी आवेदन कर सकते हैं। किसी को कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है।