लखनऊ, जेएनएन। धीरे-धीरे सभी खेल कोरोनाकाल की गिरफ्त से बाहर निकल रहे हैं। कुश्ती, बैडमिंटन और क्रिकेट के बाद अब हॉकी के प्रशंसकों के लिए भी एक अच्छी खबर है। भारतीय हॉकी के तत्वावधान में 25 अक्टूबर से साई सेंटर बेंगलुरू में जूनियर राष्ट्रीय हॉकी का कैंप लगने जा रहा है। शहर के लिए सम्मान की बात यह है कि शहर के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शारदानंद तिवारी को इस कैंप में शामिल किया गया है। इसके अलावा 33 संभावितों में उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों के पांच अन्य खिलाड़ी भी कैंप में अपनी तैयारी को धार देंगे।
इन सभी खिलाडिय़ों को 24 अक्टूबर को बेंगलूरू स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साई सेंटर) में रिपोर्ट करना है। इनमें समानता यह है कि सबने राजधानी में ही हॉकी का ककहरा सीखा।
गोलकीपर प्रशांत सिंह चौहान और गोपी सोनकर वाराणसी के मूल निवासी है, लेकिन दोनों ने लखनऊ हॉस्टल में प्रशिक्षण हासिल किया। इसी तरह विष्णुकांत सिंह (अटगावां) और उत्तम सिंह (करमपुर) ने साई सेंटर लखनऊ में ट्रेनिंग की। इसके अलावा झांसी के शिवम आनंद ने लखनऊ स्पोट्र्स कॉलेज में रहकर सफलता की इबारत लिखी। उत्तर प्रदेश हॉकी के महासचिव डॉ. आरपी सिंह ने कहा, अन्य खेलों की तरह हॉकी का कैंप भी करीब सात महीने बाद लगने जा रहा है। कोरोना का कहर धीरे-धीरे कम हो रहा है।
शायद यही वजह है कि कैंप का आयोजन करने के बारे में विचार किया गया। उन्होंने इन खिलाडिय़ों के चयन पर खुशी जताते हुए कहा कि इससे पहले भी ये सभी भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। गोपी सोनकर और शारदानंद तिवारी ने पिछले दो वर्षों में कमाल का प्रदर्शन किया है। इसके अलावा शारदानंद तिवारी और उत्तम सिंह ने भी अपने खेल से प्रभावित किया है। ये ऐसी प्रतिभाएं हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन की बदौलत उत्तर प्रदेश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गौरान्वित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय कैंप के लिए अकेले उत्तर प्रदेश से छह खिलाडिय़ों का चयन होना बड़ी उपलब्धि है। उम्मीद करता हूं कि भविष्य में यहां से भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाडिय़ों की संख्या में इजाफा होगा।