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लखनऊ में खुद को उपमुख्यमंत्री का रिश्तेदार बता हड़पे छह लाख, पुलिस ने दर्ज की एफआइआर

गौतमपल्ली थाने में तीन लोगों के खिलाफ नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी की एफआइआर दर्ज की गई है। बरेली पुलिस लाइन में कूक धर्मवीर सिंह को नौकरी से हटा दिया गया था। पैरवी के लिए वह उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के आवास गए थे।

By Vikas MishraEdited By: Published: Wed, 08 Dec 2021 10:28 PM (IST)Updated: Wed, 08 Dec 2021 10:28 PM (IST)
लखनऊ में खुद को उपमुख्यमंत्री का रिश्तेदार बता हड़पे छह लाख, पुलिस ने दर्ज की एफआइआर
नियुक्ति पत्र लेकर दिल्ली में रेलवे दफ्तर पहुंचने पर पीडि़तों को ठगी की जानकारी हुई।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। गौतमपल्ली थाने में तीन लोगों के खिलाफ नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी की एफआइआर दर्ज की गई है। बरेली पुलिस लाइन में कूक धर्मवीर सिंह को नौकरी से हटा दिया गया था। पैरवी के लिए वह उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के आवास गए थे। आरोप है कि यहां पर उनकी मुलाकात राम नारायण कुशवाहा से हुई थी। उन्नाव निवासी राम नारायण ने धर्मवीर को राजस्व विभाग व रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा दिया और अभ्यर्थी लाने के लिए कहा।

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इसके बाद राम नारायण ने धर्मराज नाम के व्यक्ति से धर्मवीर की मुलाकात कराई। धर्मराज ने भी खुद को डिप्टी सीएम का रिश्तेदार बताया। झांसे में आकर धर्मवीर ने साले समेत रिश्तेदार व दोस्तों की नौकरी के नाम पर छह लाख रुपये दे दिए। रकम लेकर आरोपितों ने फर्जी नियुक्ति पत्र भी थमा दिया। नियुक्ति पत्र लेकर दिल्ली में रेलवे दफ्तर पहुंचने पर पीडि़तों को ठगी की जानकारी हुई। छानबीन में पता चला कि आरोपितों का डिप्टी सीएम से कोई संबंध नहीं है। पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।

गूगल से लिया कस्टमर केयर का नंबर, ठगों ने पार की रकमः गूगल से स्टेट बैंक आफ इंडिया का कस्टमर केयर का नंबर लेकर फोन करना लोगों पर भारी पड़ रहा है। ठगों ने ऐसा करने पर महिला समेत दो के खाते से रुपये पार कर दिए। तेलीबाग निवासी अमरेंद्र बहादुर वर्मा के मुताबिक सोमवार को वृंदावन योजना स्थित पीएनबी के एटीएम बूथ में रुपये निकालने गए थे। इस दौरान रुपये नहीं निकले, लेकिन रकम निकाले जाने का मैसज आ गया। परेशान होकर पीडि़त ने गूगल से कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया। इसके बाद दिए गए नंबर पर फोन मिलाया।

फोन साइबर जालसाजों ने उठाया और अमरेंद्र को झांसे में लेकर एक ऐप डाउनलोड कराया। इसके बाद उनके खाते से 56,945 रुपये निकाल लिए गए। पीडि़त ने साइबर क्राइम सेल में शिकायत की है। उधर,ब्रह्मपुरी, इंदिरानगर निवासी नीलम शिवनाथ ने भी गूगल पर कस्टमर केयर का नंबर ढूंढा और फोन मिलाया। इसके बाद ठगों ने नीलम से बात की और झांसे में लेकर उनके खाते से 73 हजार रुपये निकाल लिए। नीलम ने गाजीपुर थाने में एफआइआर दर्ज कराई है। पुलिस का कहना है कि ठगों ने अलग अलग कस्टमर केयर के नाम से अपने फोन नंबर डाल रखा है, जिससे लोग झांसे में आकर उन नंबरों पर फोन कर देते हैं।


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