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रायबरेली जेल में मिलीं आपत्तिजनक वस्‍तुएं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक समेत छह निलंबित

रायबरेली जिला जेल में शराब पीते बंदियों का वीडियो वायरल होने के मामले में शासन ने की बड़ी कार्रवाई। जांच भी शुरू।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 26 Nov 2018 02:06 PM (IST)Updated: Mon, 26 Nov 2018 02:27 PM (IST)
रायबरेली जेल में मिलीं आपत्तिजनक वस्‍तुएं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक समेत छह निलंबित
रायबरेली जेल में मिलीं आपत्तिजनक वस्‍तुएं, वरिष्ठ जेल अधीक्षक समेत छह निलंबित

लखनऊ, जेएनएन । रायबरेली जेल में नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए अपराधियों का वीडियो वायरल होने के मामले में शासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला समेत छह जेलककर्मियों को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गई है। सोमवार को डीआईजी जेल का निरीक्षण करने पहुंचे।

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वीडियो वायरल हाेने के बाद तलाशी के दौरान जेल से चार मोबाइल सेट, एक सिम कार्ड, सिगरेट लाइटर, माचिस, मिठाई, ड्राईफ्रूट समेत कई अन्य समान बरामद हुए थे। जिसके बाद वीडियो में दिखाई दे रहे चार बंदी अपराधियों को अन्‍य कारागारों में स्थानांतरित कर दिया है। सोमवार को अपर महानिदेशक कारागार तथा जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए रायबरेली के वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद कुमार शुक्ल, कारापाल गोविंद राम वर्मा, उपकारापाल रामचंद्र तिवारी, हेड जेल वार्डन लालता प्रसाद उपाध्‍याय, जेल वार्डन गंगाराम तथा शिवमंगल सिंह को निलंबित कर दिया गया है।

गौरतलब है कि रायबरेली जिला कारागार में शराब पी रहे कुछ बंदियों का एक वीडियो वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में शातिर किस्म के अपराधियों के पास असलहा और कारतूस भी दिखाई दे रहा है। इसमें बंदी जेलर के आवास पर 10 हजार रुपये भेजने और जेल के गेट पर 5 हजार रुपये देने की बात कहते दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो रायबरेली जिला जेल का बताया जा रहा है।

मामला संज्ञान में आने पर डीआईजी ने जांच के आदेश दिए थे। बताया जा रहा है कि मामला पता चलते ही प्रशासन ने गुपचुप तरीके से इन बंदियों का तीन दिन पहले ही गैर जिलों की जेलों में तबादला कर दिया। जिला कारागार में मौजूदा समय में करीब 1100 बंदी हैं। इसमें से 25 शातिर अपराधी हैं, जो बाहरी जनपदों की जेल से यहां स्थानांतरण कर भेजे गए हैं। कहा जा रहा है कि बाहर से यहां आए अपराधियों का नेटवर्क बड़े अपराधियों से है। यही वजह है कि जेल के अफसर भी उन पर हाथ डालने से कतरा रहे हैं।


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