पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद बवाल, अब कांग्रेस दफ्तर में ताला बंद
कांग्रेस निकाय चुनाव में अकेले मैदान में है। कल रात कांग्रेस दफ्तर में पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद जोरदार हंगामा हो गया। आज कांग्रेस के दफ्तर में ताला बंद है।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लडऩे वाली कांग्रेस निकाय चुनाव में भले ही अकेले मैदान में है, लेकिन बवाल काफी जोरदार है। कल रात लखनऊ में कांग्रेस दफ्तर में पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद जोरदार हंगामा हो गया। जिसमें आधा दर्जन गाड़ी तोड़ी गई जबकि एक दर्जन लोग घायल हो गए। इसके बाद आज कांग्रेस के दफ्तर में ताला बंद है। घोषित पार्षद प्रत्याशी सिंबल पाने को परेशान हैं।
लखनऊ में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय में आज भी हंगामा जारी है। सुबह से ही घोषित पार्षद प्रत्याशी सिंबल पाने के लिए पार्टी कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं। यहां पर अध्यक्ष शहर कांग्रेस कमेटी बोध लाल शुक्ल का कमरा बंद हैं। वहां पर ताला लटक रहा है।
इतना ही नहीं उनका तो मोबाइल फोन भी बंद है। उनके कमरे के बाद लखनऊ के पार्षद प्रत्याशी एकत्र होकर इंतजार कर रहे थे। इसके साथ ही जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव चौधरी (गुंजन यादव) के कमरे में भी ताला बंद है।
इसके बाद यह सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालय के बरामदे में बैठ गए। वहां पर मौजूद कांग्रेस की वरिष्ठ नेता अनसुइया शर्मा ने कहा कि पार्षद प्रत्याशियों को सिंबल न मिलने के कारण जलालत झेलनी पड़ रही है। इसी बीच पार्षद प्रत्याशी रीना विक्रम ने अपना टिकट भी वापस कर दिया है।
टिकट न मिलने से नाराज़ दर्जनों कांग्रेसियों ने कांग्रेस मुख्यालय पर धरना दिया। आरोप लगाया कि पार्टी में मनमाने ढंग से टिकट बांटे जा रहे हैं। लम्बे अरसे से पार्टी के लिए काम करने वालों को नज़रअन्दाज़ किया जा रहा है। नाराज़ कांग्रेसियों ने आरोप लगाया है कि पार्टी में पैसे लेकर टिकट बांटे जा रहे हैं। पूर्व पार्षद रीना विक्रम सिंह ने कहा कि सच्चे कांग्रेसियों का टिकट काटकर कुछ दिन पहले जो सपा, भाजपा या बसपा से आया है, उसे टिकट दिया जा रहा है। लोकल कांग्रेसी नेताओं की मिलीभगत है, उन्होंने पैसा लेकर काम किया है।
पार्टी पदाधिकारियों ने सफाई देते हुए कहा कि हर बार टिकट मिलने के बाद कुछ लोग असंतुष्ट रह जाते हैं। यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता वीरेंद्र मदान कहते हैं कि इस चुनाव में हम वार्ड स्तर पर उनको चुनते हैं, जो विधानसभा और लोकसभा चुनावों में पार्टी का जिताने में अहम भूमिका निभाते हैं।
इस नगर निकाय चुनाव को पार्टी बड़ी दमदारी से लड़ रही है। एक-एक वार्ड में चार-चार वो कार्यकर्ता टिकट मांग रहे थे जो बेहतर लड़कर जीतने के करीब हैं। सिंबल एक को ही दिया जा सकता है। स्वाभाविक है कि जो बच गए हैं, उनमें थोड़ी नाराजगी है।
लखनऊ में कल नगर निगम चुनाव में पार्षद प्रत्याशियों की सूची जारी होने के कुछ ही देर बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान गाडिय़ों में तोडफ़ोड़ हुई। करीब आधा दर्जन कार्यकर्ता घायल हो गए हैं। लिस्ट जारी होने के चंद मिनट बाद ही करीब डेढ़ दर्जन वार्डों में टिकट बंटवारे को लेकर नाराज कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय पर धावा बोल दिया।
दो कार्यकर्ताओं ने अपना हाथ काट लिया। बताया जा रहा है कि वहां लगी तस्वीर को तोड़ते समय कांच लगने से कार्यकर्ताओं का हाथ कटा है।
नाराज कार्यकर्ताओं ने शहर कांग्रेस पर उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए तोडफ़ोड़ शुरू की। बढ़ रहे बवाल को देखते हुए मौके पर पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस के पहुंचने के बाद घायल कार्यकर्ताओं को उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया।