अयोध्या में रामजन्मभूमि परिसर की पूर्वी सीमा पर बनेगा सिंहद्वार, मुख्यमार्ग पर स्थल चिह्नित
मंगलवार को ही समाप्त हुई राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राम मंदिर निर्माण समिति प्रस्तावित मंदिर निर्माण के साथ रामजन्मभूमि परिसर को वैदिक सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी में है।
अयोध्या, [रमाशरण अवस्थी]। पांच एकड़ के परकोटे में प्रस्तावित राम मंदिर निर्माण के साथ ही रामजन्मभूमि परिसर की शेष 65 एकड़ भूमि पर भी विकास का खाका खींचा जाने लगा है। इसी क्रम में रामजन्मभूमि परिसर के मुख्य प्रवेश द्वार यानी सिंहद्वार का स्थल भी चयनित कर लिया गया है। सिंहद्वार रामजन्मभूमि परिसर की पूर्वी सीमा पर बनेगा और यह द्वार अयोध्या-फैजाबाद के मुख्य मार्ग से जुड़ेगा। इसकी तैयारियों के मद्देनजर बुधवार को महापौर रिषिकेश उपाध्याय, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, डीएम अनुज कुमार झा, नगर आयुक्त विशाल ङ्क्षसह सहित पुलिस के अधिकारियों ने रामजन्मभूमि परिसर का जायजा लिया।
मंगलवार को ही समाप्त हुई राम मंदिर निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट और राम मंदिर निर्माण समिति प्रस्तावित मंदिर निर्माण के साथ रामजन्मभूमि परिसर को वैदिक सिटी के रूप में विकसित करने की तैयारी में है। इसी तैयारी को लेकर आला अधिकारियों ने बुधवार को रामजन्मभूमि परिसर का निरीक्षण किया। माना जा रहा है कि मंदिर निर्माण के समानांतर भविष्य में श्रद्धालुओं के आगमन को देखते हुए मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। रास्ते, पार्किंग, सीवर की व्यवस्था के लिए स्थलीय निरीक्षण किया गया। मंदिर के निकट सीवर लाइन को भी देखा गया। 15 जनवरी से राममंदिर निर्माण का आरंभ करने की तैयारी है। ऐसे में सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी अधिकारियों ने परिसर से सटे इलाकों को देखा।
सुरक्षा के मद्देनजर आसपास के इलाकों की मैपिंग भी की जानी है। मंदिर परिसर स्थित पुलिस चौकी को भी शिफ्ट किए जाने की आवश्यकता अधिकारियों ने महसूस की। मंदिर निर्माण में लगी कार्यदायी संस्था के वाहनों के आवागमन के लिए भी मार्ग आदि व्यवस्थाएं की जा रही हैं। अधिकारियों के इस भ्रमण को राममंदिर से जुड़े भविष्य में किसे बड़ी परिवर्तन से भी जोड़कर देखा जा रहा है। अधिकारियों ने काफी देर रामनगरी में भ्रमण किया। किसी जिम्मेदार ने अपने इस भ्रमण के बारे में खुलकर नहीं बताया, लेकिन इस स्थलीय निरीक्षण को मूलभूत सुविधाओं के विस्तार से जोड़ कर भी देखा जा रहा है।