Weekend Lockdown in Lucknow: लॉकडाउन में सभी बाजार रहे लॉक, जगह-जगह पुलिस की बैरिकेडिंग
लखनऊ में लॉकडाउन में सार्वजनिक परिवहन वाहनों के रोक के बावजूद ई-रिक्शा संचालक कैसरबाग बस स्टेशन पर खुलेआम मंडराते मिले। बस अड्डा चौकी के सामने मौजूद पुलिसकर्मियों की भीड़ ने भी उन पर सख्ती करने की जहमत नहीं उठाई।
लखनऊ,जेएनएन। लॉकडाउन पर शहर के सभी प्रमुख बाजार आज लॉक रहे। सड़कों पर सन्नाटा नजर आया। हजरतगंज, जनपथ, इंदिरानगर, भूतनाथ मार्केट, यहियागंज, पांडेयगंज, सुभाष मार्ग, चौक, स्टेशनरी बाजार, डालीगंज, नाका हिंडोला, गणेशगंज, अमीनाबाद, आलमबाग समेत सभी प्रमुख बाजार बंद रहे। जगह-जगह लगी पुलिस की बैरीकेडिंग ने अवरोध बना लोगों को आवागमन बंद रखा। रकाबगंज सब्जी मंडी भी बंद रही। दूर तक कतारों में ढके ठेले बाजार में लॉकडाउन की सख्ती बयां कर रहे थे।
रोक के बाद भी चले ई-रिक्शा, यात्रियों से की मनमानी वसूली: लॉकडाउन में सार्वजनिक परिवहन वाहनों के रोक के बावजूद ई-रिक्शा संचालक कैसरबाग बस स्टेशन पर खुलेआम मंडराते मिले। बस अड्डा चौकी के सामने मौजूद पुलिसकर्मियों की भीड़ ने भी उन पर सख्ती करने की जहमत नहीं उठाई। यात्रियों की भीड़ से ई-रिक्शा चालकों ने मनमाना किराया वसूल किया। लोगों और चालकों के पास मास्क गले में लटकते नजर आए। पुलिस के सामने ही हांका लगाकर चौराहे पर ही आड़ा-तिरछा खड़ाकर सवारी से मनमानी वसूली करते मिले।
400 से अधिक बसों से भेजे गए यात्री, कोविड प्रोटोकाल का उल्लंघन: परिवहन निगम के बस स्टेशनों पर श्रमिकों का ट्रेनों और बसों से आना लाॅकडाउन के दौरान बना रहा। अपने परिवारीजनों के साथ विभिन्न राज्यों से आए श्रमिकों को प्रमुख बस स्टेशनों से 400 से अधिक सेवाएं लगाकर गंतव्य की ओर रवाना किया गया। इस दौरान कोविड प्रोटोकाल का जमकर उल्लंघन हुआ। चारबाग, आलमबाग और कैसरबाग बस स्टेशन पर सुबह ही श्रमिक पहुंचने लगे। यात्रियों को एकमुश्त जिलावार बसें उपलब्ध करा गंतव्य की ओर भेज दिया गया। जांच में आज भी बस स्टेशनों पर कोताही दिखी। श्रमिक की भीड़ ज्यादातर पूर्वांचल के जिलों की ओर जाने वालों की थी। इनमें मुख्य तौर पर गोरखपुर, आजमगढ़, सुलतानपुर, शाहगंज, प्रयागराज, वाराणसी, अयोध्या, बहराइच और गोंडा जिले के यात्री थे। आरएम पल्लव बोस ने बताया कि करीब चार सौ से अधिक बसों को आज कोविड प्रोटोकाल नियमों के तहत चलाया गया। पचास फीसद यात्री संख्या के साथ बसों को संबंधित जिलों की ओर भेजा गया। चारबाग में दोपहर बाद तक श्रमिक परिवारीजनों के साथ मौजूद थे। हर क्षेत्र के लिए यात्रियों को बारी-बारी से बस मुहैया कराई गई।