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नया व्यवसाय शुरू करना है तो न घबराएं, बिना दस्तावेज सिडबी देगा तीन लाख तक लोन

सिडबी की पहल, आवेदन के साथ देना होगा आधार , एक दिन में स्वीकृत होगा लोन।

By JagranEdited By: Published: Fri, 24 Aug 2018 09:53 AM (IST)Updated: Fri, 24 Aug 2018 10:07 AM (IST)
नया व्यवसाय शुरू करना है तो न घबराएं, बिना दस्तावेज सिडबी देगा तीन लाख तक लोन
नया व्यवसाय शुरू करना है तो न घबराएं, बिना दस्तावेज सिडबी देगा तीन लाख तक लोन

लखनऊ[पुलक त्रिपाठी]। छोटे स्तर पर नया व्यवसाय शुरू करना हो या बढ़ाना हो। अब व्यावसायिक बैंकों या महाजनी व्यवस्था के नखरे नहीं उठाने होंगे। पचास हजार से तीन लाख रुपये तक का लोन एक दिन में मुहैया होगा। वह भी बिना किसी कागजी प्रक्रिया के। स्माल इंडस्टियल डेवलॅपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (सिडबी) ने ऐसे वर्ग की राहत लिए बड़ा कदम उठाया है। छोटे कारोबारी बैंक सिक्योरिटी व दस्तावेज न होने के कारण व्यावसायिक बैंकों की ऋण संबंधी सुविधाओं से वंचित हैं। बिना दस्तावेज लोन सुविधा का लाभ भी नहीं मिल सकता। सिडबी की ऋण योजना से यह समस्याएं दूर होंगी। इसके अलावा उन महिलाओं के लिए भी यह योजना मुफीद होगी जो छोटा बिजनेस करना चाहती हैं। यहा करना होगा संपर्क :

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सिडबी द्वारा यह व्यवस्था माइक्रो फाइनेंस कंपनी कैशपोर (नॉन प्राफिटेबल ऑर्गनाइजेशन) को सौंपी गई है। जरूरतमंद व्यक्ति को अपने जिले के कैशपोर कार्यालय में आवेदन करना होगा। आवेदनकर्ता को आधार कार्ड जमा कराना अनिवार्य होगा। आवेदनकर्ता का किसी बैंक में खाता होना अनिवार्य है। यह होगी प्रक्रिया:

- आवेदन के बाद कैशपोर द्वारा लोन का प्रस्ताव सिडबी को भेजा जाएगा।

- सिडबी उसी दिन प्रस्ताव पर मुहर लगाते हुए कैशपोर को आवेदक की धनराशि को डिस्बर्स कर देगा।

- इसके बाद कैशपोर ग्राहक को मौके उनके खात में पैसा ट्रासफर कर देगा।

बनारस से शुरू होगी योजना:

सिडबी यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से शुरू करेगा। इसके बाद पूर्वाचल के अन्य जनपदों में भी कैशपोर कार्यालय स्थापित किए जाएंगे। पूर्वाचल में ऐसे जरूरतमंद लोगों की तादाद अन्य क्षेत्र के जिलों से अधिक है। ये होगी ब्याज दर:

सिडबी अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल लोन ब्याजदर अभी 16 से 17 प्रतिशत के मध्य रहेगा। भविष्य में इसे घटाकर 12 से 13 प्रतिशत तक लाया जाएगा। क्या कहते हैं अफसर?

सिडबी चेयरमैन मो मुस्तफा का कहना है कि ऐसा बड़ा वर्ग है, जो साहूकार से कर्ज लेने को मजबूर हैं। उनके पास किसी तरह के दस्तावेज नहीं रहते, इस कारण वह बैंकों से भी ऋण सुविधा का लाभ नहीं ले पाते। ऐसे लोगों को रोजगार से जोड़ आर्थिक मजबूती देने के मकसद से यह सुविधा शुरू की जा रही है।


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