श्रीराम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र पहुंचे अयोध्या, पदाधिकारियों के साथ करेंगे बैठक
नृपेंद्र मिश्र मंगलवार व बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों व कंस्ट्रक्शन कंपनी एलएंडटी के इंजीनियरों के साथ बैठक कर मंदिर निर्माण की जानकारी लेंगे।
अयोध्या, जेएनएन। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र सोमवार को अयोध्या पहुंचे। दो दिनी दौरे पर यहां आए मिश्र मंगलवार व बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों व कंस्ट्रक्शन कंपनी एलएंडटी के इंजीनियरों के साथ बैठक कर मंदिर निर्माण की गतिविधियों की जानकारी लेंगे। माना जा रहा है कि इसी बैठक में मंदिर निर्माण को आगे बढ़ाने के मसलों पर भी अंतिम निर्णय लिया जाएगा। सोमवार को यहां पहुंचने पर उन्होंने रामलला व बजरंगबली के दरबार में माथा टेका। वे सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम करेंगे।
बता दें कि अयोध्या में राम जन्मभूमि का भूमि पूजन और फिर नक्शा पास होने के बाद मंदिर निर्माण के काम में तेजी आ रही है। माना जा रहा है कि इसी महीने राम मंदिर की नींव का काम भी शुरू हो जाएगा। मंदिर निर्माण के लिए नींव की खोदाई के लिए पायलर ड्रिल मशीन शनिवार को ही यहां पहुंच चुकी है। कानपुर से इस मशीन के आने के बाद अब जल्द ही नींव की खोदाई भी आरंभ होगी। इन सबके बीच राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र का अयोध्या दौरा काफी अहम है।
माना जा रहा है कि नींव खुदाई से पहले मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ प्रस्तावित कार्यों को फाइनल टच देंगे। सूत्रों के मुताबिक नृपेंद्र मिश्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ मंगलवार को भी परिसर का जायजा ले सकते हैं। इस दौरान वे मंदिर निर्माण की गतिविधियों को देखेंगे। वह राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पदाधिकारियों के साथ राम मंदिर निर्माण को लेकर मंथन करेंगे।
चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ट्रस्ट श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए नींव की खोदाई के काम पर भी चर्चा कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक इसी महीने में मंदिर की बुनियाद का काम शुरू हो सकता है। सितंबर के दूसरे हफ्ते में नींव का काम प्रारंभ हो सकता है। ऐसे में नृपेंद्र के दौरे को उससे भी जोड़कर देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि नृपेंद्र मिश्र ट्रस्ट के सदस्यों के साथ राम मंदिर निर्माण के प्रारूप, ढांचे और उसकी मजबूती को लेकर मंथन करेंगे। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मृदा परीक्षण और दूसरे सभी बिंदुओं पर वह विस्तार से चर्चा कर सकते हैं।