सीतापुर में पुलिस चौकी पर हमला, चौकी प्रभारी और डायल-112 के वाहनों में की तोड़फोड़
चौकी पर हमले की सूचना पाकर मौके पर एसडीएम सदर अमित भट्ट सीअो सिटी पीयूष कुमार सिंह समेत भारी पुलिस बल पहुंचा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक उपद्रवियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई पुलिस बल ने उपद्रवियों को खदेड़ा है।
सीतापुर, जेएनएन। सदस्य जिला पंचायत के वार्ड 28 के एक प्रत्याशी के समर्थकों ने मंगलवार देर रात जमकर हंगामा किया। इन लोगों ने कचनार पुलिस चौकी पहुंचकर हमला बोल दिया। वहां खड़ी चौकी प्रभारी शेषनाथ सिंह की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया है। खबर है कि इन उपद्रवियों ने यूपी डायल-112 के वाहन को भी तोड़ डाला है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 17 उपद्रवियों को उठाया है। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दे रही है। पूरा मामला कोतवाली देहात क्षेत्र का है।
चौकी पर हमले की सूचना पाकर मौके पर एसडीएम सदर अमित भट्ट, सीओ सिटी पीयूष कुमार सिंह समेत भारी पुलिस बल पहुंचा है। मौके पर मौजूद अधिकारियों के मुताबिक, उपद्रवियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई पुलिस बल ने उपद्रवियों को खदेड़ा है। मौके पर कुछ लोग भी मिले हैं। उन्हें हिरासत में लिया गया है। पूछताछ चल रही है। सीअो सिटीपीयूष कुमार सिंह का कहना है कि जिला पंचायत के वार्ड 28 में रामू व बलवीर आमने सामने हैं। इसमें चुनाव परिणाम को लेकर दोनों में जीत हार को लेकर असमंजस है यह दोनों अपने अपने को जीता हुआ मान रहे थे और नारेबाजी कर रहे थे। सीओ का कहना है कि उपद्रवियों ने कचनार पुलिस चौकी पर पर हमला नहीं किया है। न ही किसी तरह का कोई वाहन तोड़ा गया है। बताया, इस पूरे मामले में कुल 17 लोगों को दबोचा गया है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगी हुई है।
सुनवाई न होने से नाराज थे उम्मीदवार व समर्थक : बताया जा रहा है कि जिला पंचायत सदस्य पद के लिए हो रही मतगणना में प्रत्याशी व उनके समर्थक धांधली का आरोप लगा रहे थे। रिटर्निंग ऑफिसर उन लोगों की सुनवाई नहीं कर रहा था। जिससे वह लोग नाराज थे।
देर रात तक आरोपितों की तलाश में दौड़ती रही पुलिस : कचनार पुलिस चौकी पर हमला होने के बाद अफसरों के साथ पहुंचने से उपद्रवियों के बीच भगदड़ मच गई। कई उपद्रवी भाग भी गए और कई लोग पुलिस के हत्थे चढ़ गए हैं। हिरासत में लिए गए उपद्रवियों से पुलिस पूछताछ कर रही है। जिसके आधार पर अन्य उपद्रवियों को भी उठाने के लिए पुलिस देर रात तक दबिश देती रही।
जिम्मेदारों की हीलाहवाली से बढ़ी नाराजगी : पंचायत चुनाव में हर मोर्चे पर जिला प्रशासन के प्रबंध विफल नजर आए। मतदान से लेकर मतगणना तक अव्यवस्थाओं का दौर चला है। तीसरे दिन मंगलवार को भी देर शाम तक मतगणना का काम पूरा नहीं हो पाया था। जिला पंचायत के कुल 79 वार्डों में से देर रात तक एक भी वार्ड का परिणाम जिला प्रशासन घोषित नहीं कर पाया है। बताया जा रहा है कि सोमवार रात तक जिन वार्डों की मतगणना पूरी हो गई थी, उन वार्डों से संबंधित अघोषित विजई उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र देने के लिए मंगलवार को जिला मुख्यालय पर बुलाया गया था। ये अघोषित विजई उम्मीदवार मंगलवार को पूरे दिन शहर में भटकते रहे। कभी कलेक्ट्रेट तो कभी विकास भवन तो कभी सदर तहसील परिसर में घूमते रहे। देर शाम तक प्रमाण पत्र मिलने का इंतजार किया, अंततः ये लोग बिना प्रमाण पत्र के ही घर लौट गए। जिला प्रशासन की इस तरह की अव्यवस्थाओं पर पुलिस के अधिकारी भी नाराज दिखे। हालांकि इन पुलिस अधिकारियों ने खुलकर प्रशासनिक व्यवस्थाओं के विरुद्ध बात नहीं की है।