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केजीएमयू समेत सात अस्पताल को बनाया गया नेत्र ऑपरेशन केंद्र

राजधानी में एक दिसंबर से चलेगा अंधता नियंत्रण अभियान। मोतियाबिंद ऑपरेशन के बाद निश्शुल्क दी जाएंगी दवाएं।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Sat, 17 Nov 2018 10:56 AM (IST)Updated: Sat, 17 Nov 2018 03:32 PM (IST)
केजीएमयू समेत सात अस्पताल को बनाया गया नेत्र ऑपरेशन केंद्र
केजीएमयू समेत सात अस्पताल को बनाया गया नेत्र ऑपरेशन केंद्र

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी में एक दिसंबर से अंधता एवं दृष्टिक्षीणता नियंत्रण अभियान चलेगा। इसके तहत केजीएमयू समेत सात अस्पतालों को नेत्र ऑपरेशन केंद्र बनाया गया है। इनमें मोतियाबिंद मरीजों के ऑपरेशन किए जाएंगे। इसके बाद उनको दवाएं और काला चश्मा मुफ्त में दिया जाएगा।

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दरअसल, एक से 15 दिसंबर तक मोतियाबिंद ऑपरेशन पखवारा मनाया जाता है। सभी सामुदायिक केंद्रों पर नेत्र जांच एवं पंजीकरण शिविर लगाए जाएंगे। जांच में मोतियाबिंद पाए जाने पर संबंधित मरीज को ऑपरेशन के लिए बुलाया जाएगा। मरीज तय केंद्र पर मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवा सकेगा। सीएमओ डॉ. नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि मोतियाबिंद का ऑपरेशन लेंस प्रत्यारोपण विधि से किए जाएंगे। ऑपरेशन के बाद मरीजों को निश्शुल्क दवाएं व काला चश्मा दिया जाएगा।

इन अस्पतालों में होंगे मोतियाबिंद के ऑपरेशन

नेत्र रोग विभाग केजीएमयू, बलरामपुर अस्पताल, डॉ. राममनोहर लोहिया अस्पताल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल, भाऊराव देवरस अस्पताल महानगर, रानी लक्ष्मी बाई अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहनलालगंज।


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