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योगी ने फिल्म निर्माता-निर्देशकों से कहा, यूपी सुरक्षित है, यहां निर्भय होकर बनाइए फिल्म

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म निर्माता-निर्देशकों को प्रदेश में सुरक्षा और हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाते हुए उनसे कहा कि यूपी सुरक्षित है आप यहां निर्भय होकर बनाइए फिल्म।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 10 Mar 2019 03:24 PM (IST)Updated: Sun, 10 Mar 2019 03:24 PM (IST)
योगी ने फिल्म निर्माता-निर्देशकों से कहा, यूपी सुरक्षित है, यहां निर्भय होकर बनाइए फिल्म
योगी ने फिल्म निर्माता-निर्देशकों से कहा, यूपी सुरक्षित है, यहां निर्भय होकर बनाइए फिल्म

लखनऊ, जेएनएन : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने फिल्म निर्माता-निर्देशकों को प्रदेश में सुरक्षा और हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाते हुए उनसे कहा कि 'यूपी सुरक्षित है, आप यहां निर्भय होकर बनाइए फिल्म।' वह फिल्म बंधु और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की ओर से शनिवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उप्र स्टेट फिल्म फेस्टिवल व सेमिनार को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने उप्र में शूट की गईं 14 फिल्मों के लिए राज्य की फिल्म नीति के तहत कुल सात करोड़ रुपये से अधिक धनराशि सब्सिडी के तौर पर वितरित की।

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मुख्यमंत्री ने कहा कि अब प्रदेश में अपराधी गले में तख्ती डालकर चलते हैं कि ठेला लगाएंगे लेकिन किसी को छेड़ेंगे नहीं, परेशान नहीं करेंगे। फिल्म निर्माताओं को उप्र में आमंत्रित करते हुए उन्होंने कहा कि यहां स्पिरिचुअल, हेरिटेज और ईको टूरिज्म समेत पर्यटन के सभी आयाम मौजूद हैं। उप्र की सभ्यता, समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, पुरातात्विक महत्व, स्वाधीनता व सुधारवादी आंदोलनों में भूमिका और राष्ट्र निर्माण में प्रदेश की विभूतियों का योगदान फिल्म निर्माण के लिए आकर्षक पृष्ठभूमि उपलब्ध करा सकते हैं। उप्र से बड़ा बाजार कही और नहीं। कहा कि आज हिंदी दुनिया तक पहुंची है तो इसमें फिल्मों की अहम भूमिका है। दक्षिण भारत, जहां हिंदी का विरोध होता था, फिल्मों ने वहां भी हिंदी को स्थापित कर दिया है। कहा कि पहले सरकारें फिल्मों के लिए नीतियां बनाती थीं लेकिन उनका लाभ देना भूल जाती थीं। हमने समयबद्ध ढंग से अनुदान वितरित किया है।

शौचालयों से 40 फीसद कम हुआ स्वास्थ्य पर खर्च

'टॉयलेट एक प्रेम कथा' फिल्म का जिक्र करते हुए योगी ने कहा कि समाज की आवश्यकता के अनुरूप बनने वाली फिल्मों को हाथों-हाथ लिया जाता है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत गांव-गिरांव में शौचालय निर्माण को गति देने में इस फिल्म की भूमिका की उन्होंने सराहना की। बताया कि प्रदेश में 2.6 करोड़ शौचालय बनाये गए हैं। इससे नारी गरिमा के सम्मान के साथ लोगों का स्वास्थ्य और दवा पर खर्च 40 फीसद तक कम हुआ है।

कुंभ पर बनाइये फिल्म, खूब हिट होगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रयागराज कुंभ में रिकॉर्ड 24 करोड़ श्रद्धालु आये। देश-दुनिया में इसकी धूम रही। फिल्म निर्माताओं से अपील की कि वे कुंभ पर फिल्म बनायें तो वह जबर्दस्त हिट होगी।

विकास नहीं, फिल्म के लिए विधायकों ने जताया आभार

फिल्म का उदाहरण देकर योगी ने तंज भी किया कहा कि वह विधायकों के अनुरोध पर उनके क्षेत्रों में करोड़ों रुपये के विकास कार्य स्वीकृत करते हैं लेकिन कोई विधायक पलट कर आभार जताने नहीं आता। लेकिन जब उन्होंने अपनी पार्टी के विधायकों और मंत्रियों को 'उड़ी-द सर्जिकल स्ट्राइक' फिल्म दिखायी तो हर मंत्री और विधायक ने उन्हें धन्यवाद दिया।

वाराणसी में बना रहे फिल्म इंस्टीट्यूट

कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि राज्य सरकार वाराणसी में फिल्म इंस्टीट्यूट की स्थापना कर रही है। इसके लिए जमीन चिह्नित की जा चुकी है। फिल्म इंस्टीट्यूट की स्थापना से खासतौर पर भोजपुरी फिल्मों को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने बताया कि फिल्म बंधु प्रदेश के स्थानीय कलाकारों और फिल्म निर्माण के तकनीकी पक्ष से जुड़े लोगों की डायरेक्ट्री अगले चार महीने में तैयार कर लेगा। इससे मुंबई और बाहर से आने वाले फिल्म निर्माता-निर्देशकों को स्थानीय कलाकारों के बारे में जानकारी हासिल करने में सहूलियत होगी। फिल्म बंधु के माध्यम से फिल्म निर्माण के लिए स्टूडियो और टेक्निकल सहयोग भी देने की योजना हैै। बताया कि इस समय उप्र में 50 फिल्में बनायी जा रही हैं।

इन 14 फिल्मों को मिला अनुदान

मॉम, टॉयलट एक प्रेम कथा, बाबूमोशाय बन्दूकबाज, भाग्य न जाने कोई, सांवरिया मोहे रंग दे, एनएच-8, धर्म के सौदागर, निल बटा सन्नाटा, मैं हूं एक राज, मोहब्बत, इश्कीरिया, बबुआ, माई के अचरवा बाबूजी क दुलार और बीवी डॉट कॉम।

यूपी सबसे फिल्म फ्रेंडली प्रदेश : बोनी कपूर

मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक बोनी कपूर ने शनिवार को लखनऊ में कहा कि उप्र देश का सबसे फिल्म फ्रेंडली प्रदेश है। वह फिल्म बंधु और पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित उत्तर प्रदेश स्टेट फिल्म फेस्टिवल व सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। अपनी फिल्म 'मॉम' के लिए राज्य सरकार से उप्र फिल्म नीति के तहत सब्सिडी पाने वाले बोनी ने कहा कि यूपी तो अलग देश जैसा है। कहा कि यूपी में वह तीसरी फिल्म शूट कर रहे हैं। उनकी बेटी ने भी यूपी में फिल्म की शूटिंग की है। फिल्में बनाने के लिए यूपी से बेहतर लोकेशन कहीं और नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि यूपी के हर शहर और गांव में थियेटर होने चाहिए। प्रदेश का हर शहर भारत के नौलखा हार जैसा है।

उप्र के शहरों में जो जायका वह कहीं और नहीं : आयुष्मान खुराना

फिल्म अभिनेता आयुष्मान खुराना ने कहा कि बरेली की बर्फी और ड्रीम गर्ल के बाद वह यूपी में तीसरी फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। उनकी आगे की फिल्मों की शूटिंग भी यूपी में होगी। कहा कि यहां का हर शहर हिंदी सिनेमा को जो जायका देता है, वह कोई और राज्य नहीं दे सकता। फिल्म निर्माता-निर्देशक और अभिनेता सतीश कौशिक ने लखनऊ से अपने रिश्ते का जिक्र करने के साथ इस बात पर अफसोस जताया कि यूपी में पहले की तुलना में थियेटर की संख्या आधी हो गई है। भोजपुरी फिल्मों के अभिनेता रवि किशन ने कहा कि उन्होंने अब तक 600 फिल्मों में काम किया है, जिनमें से 100 की शूटिंग उप्र में हुई है। भोजपुरी फिल्म अभिनेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने कहा कि हिंदी ही नहीं, भारत की विभिन्न भाषाओं की फिल्म इंडस्ट्री में उप्र का डंका बज रहा है। ऐसा उप्र सरकार की नीतियों के कारण संभव हुआ है।


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