डॉ. आंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी की छात्राओं के प्रशासन पर बेहद गंभीर आरोप,मामला गर्ल्स हॉस्टल से जुड़ा
छात्राओं का आरोप है कि कमेटी उन सभी के मोबाइल जांच के नाम पर पर्सनल मैसेज और चैट को पढ़कर ब्लैकमेल कर रही है।
लखनऊ, जेएनएन। बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल के कई कमरों पर अश्लील पोस्टर का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि वीडियो खुद हॉस्टल की छात्राओं ने वायरल किया है।
विश्वविद्यालय प्रशासन के मामले में संज्ञान लेते हुए एक जांच कमेटी बनाई है। मामले की की जांच की जा रही है। वहीं, छात्राओं का आरोप है कि कमेटी उन सभी के मोबाइल जांच के नाम पर पर्सनल मैसेज और चैट को पढ़कर ब्लैकमेल कर रही है। छात्राओं का आरोप है कि परिजनों को पर्सनल चैट दिखाकर जबरन पूछताछ की जा रही है।
कमरे से मिली आपत्तिजनक चीजें
बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी के गर्ल्स हॉस्टल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इस वीडियो में गर्ल्स हॉस्टल के दरवाजों पर अश्लीलल पोस्टर चिपके दिखे। इस वीडियो सामने आते ही विश्वविद्यालय प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में एक जांच कमेटी बनाई गई, जो मामले की जांच कर रही है। छात्राओं के कमरे से काफी आपत्तिजनक मिली है। जांच कमेटी ने हॉस्टल की छात्राओं से पूछताछ के दौरान उनके मोबाइल की भी जांच की है। कमेटी को कुछ छात्राओं के कमरे से आपत्तिजनक सामग्री भी मिली है।
छात्राओं का ब्लैकमेल करने का आरोप
छात्राओं का आरोप है कि कमेटी उनके मोबाइल जांच के नाम पर पर्सनल मैसेज और चैट को पढ़कर ब्लैकमेल कर रही है। छात्राओं का आरोप है कि उनके परिजनों को पर्सनल चैट दिखाकर जबरन पूछताछ की जा रही है।
मीडिया के सामने आने से बच रहा विश्वविद्यालय प्रशासन
मामले में कुलपति संजय सिंह का कोई बयान सामने नहीं आया है। पीआरओ रचना गंगवार ने कहा कि मामला संवेदनशील है। जांच की जा रही है। महिलाओं से जुड़ा मामला है, लिहाजा दोषियों का नाम लेना ठीक नहीं है। उन्होंने मीडिया से भी बात करने पर इनकार कर दिया।