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KGMU: फोन की हर 'रिंग' से मिल रही रैगिंग की 'टोन', नंबर बदल-बदलकर सीनियर कर रहे परेशान Lucknow News

केजीएमयू में थम नहीं रहा है रैगिंग का सिलसिला। सीनियर अलग अलग नंबरों से फोन करके जूनियरों की कर रहे हैं रैगिंग।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 02 Sep 2019 05:53 PM (IST)Updated: Tue, 03 Sep 2019 07:13 AM (IST)
KGMU: फोन की हर 'रिंग' से मिल रही रैगिंग की 'टोन', नंबर बदल-बदलकर सीनियर कर रहे परेशान  Lucknow News
KGMU: फोन की हर 'रिंग' से मिल रही रैगिंग की 'टोन', नंबर बदल-बदलकर सीनियर कर रहे परेशान Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। रैगिंग रोकने के भले ही तमाम वादे और दावे किए जाते हों, लेकिन सीनियर छात्र नए तरीके ईजाद करके संस्थानों का सिरदर्द बढ़ाते ही रहते हैं। कुछ इसी तरह का माहौल आजकल लोहिया संस्थान और केजीएमयू का है। यहां सीनियर नए छात्रों के फोन नंबर पर कॉल कर रहे हैं। डरे-सहमे छात्र शिकायत से भी कतरा रहे हैं। लोहिया संस्थान में पहली बार रैगिंग का मामला सामने आया है। वहीं केजीएमयू में हर वर्ष घटनाएं हो रही हैं। इस बार केजीएमयू प्रशासन ने रैगिंग को लेकर शुरुआत से ही सख्ती कर रखी है। मगर, सीनियर छात्र हरकत से बाज नहीं आ रहे हैं। अब वह फोन से खौफ पसार रहे हैं। जूनियर छात्रों के नंबर पर कॉल कर रहे हैं। 

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न्यू सीवी हॉस्टल में रहे छात्रों के मुताबिक सीनियर्स शाम को फोन करते हैं। कई साथियों के पास फोन आ चुके हैं। ऐसे में अधिकतर लोग फोन की घंटी बजने पर बिना पहचान का नंबर उठाना बंद कर दिया है। उन्हें फोन की हर ङ्क्षरग से रैगिंग की टोन सुनाई पड़ रही है। वह फोन पर हिंदी में परिचय पूछते हैं। अंग्रेजी शब्द निकलने पर अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं। छात्रों ने बताया कि करीब 15 दिन से सीनियर छात्रों की कॉल जूनियर के पास आ रही हैं। वहीं शिकायत करने पर धमकी भी दे रहे हैं।

रैगिंग को लेकर टीम-80 अलर्ट

केजीएमयू में एंटी रैगिंग को लेकर  प्रॉक्टोरियल बोर्ड के सदस्य समेत 80 लोगों की टीम मुस्तैद की गई है। इसके अलावा हॉस्टल के सीसी कैमरे भी सही करा दिए गए हैं। ऐसे में हॉस्टल में जहां सीसी कैमरे की मरम्मत चल रही है। वहीं एक चीफ प्रॉक्टर,  सहायक प्रॉक्टर 30, एंटी रैगिंग स्वॉयड टीम में 35 सदस्य, चार बाउंसर, 10 सुरक्षाकर्मी की टीम है। छात्र क्लास से हॉस्टल तक बाउंसर की निगरानी में जाते हैं।

रैगिंग की उजागर हुई घटनाएं 

  • 19 व 20 अगस्त 2017 को रैगिंग करने पर वर्ष 2016 के दो छात्रों का हॉस्टल आवंटन निरस्त किया गया। 
  • 24 अगस्त 2017 को सीवी हॉस्टल के छात्र कैंपस में रैगिंग के लिए जुटे। 20 सीनियर्स पर एक-एक हजार का अर्थदंड लगाया गया। 
  • 13 फरवरी 2018 को जूनियर डॉक्टरों ने सीनियर पर रैगिंग का आरोप लगाया
  • नवंबर 2018 को सीनियर छात्रों ने वाट्सएप कॉल पर जूनियर की रैगिंग की। आधा सीनियर दर्जन छात्रों को हॉस्टल से निकाला गया।
  • दिसंबर 2018 में दंत संकाय में रैगिंग का मामला उजागर
  • 12-13 मई 2019 रात को 2015-16 के एमबीबीएस छात्रों ने वर्ष 2017 बैच के छात्रों को पार्किंग में मुर्गा बनाया। 13 निलंबित 

हेल्पलाइन पर करें शिकायत 

यूजीसी का नंबर 1800-180-5522, एमसीआइ का नंबर 011-25361262,फैक्स 25367324, डीसीआइ का नंबर 011-23238542,

केजीएमयू का नंबर : 9415099998 0522-2257888  

क्‍या कहते हैं जिम्‍मेदार 

केजीएमयू के प्राक्टर प्रो. आरएएस कुशवाहा ने बताया कि सभी जूनियर छात्रों से संपर्क किया जाएगा। सीनियर के लिए सख्त निर्देश दिए जाएंगे। जो भी दोषी पाया जाएगा बख्शा नहीं जाएगा


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