IISF 2018: हर क्षेत्र में है विज्ञान का योगदान, जिसे भुलाया नहीं जा सकता- डॉ. हर्षवर्धन
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर हर्ष वर्धन ने साइंस फेस्टिवल में युवाओं को संबोधित किया।
लखनऊ (जेएनएन)। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा है कि हर क्षेत्र में विज्ञान और प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल हो रहा है। पानी, ऊर्जा, ऑक्सीजन के अलावा विकास में भी इसके महत्व को भुलाया नहीं जा सकता है। शहरी विकास से लेकर रेल विकास में विज्ञान का महत्व बढ़ा है। चार साल पहले विज्ञान को किताब से निकाल कर आम लोगों तक पहुचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऐसा महोत्सव शुरू हुआ। पहले इस मंत्रालय को पनिश मंत्रायलय के रूप में जाना जाता था, मुझे तो इससे अच्छा कोई मंत्रालय नही लगा। मौका था, इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में चौथे इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (आइआइएसएफ) का। मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने उत्सव के तीसरे दिन का शुभारंभ करने के बाद कहीं।
उन्होंने कहा कि यह ऐसा क्षेत्र है, जिसका कोई एक सचिवालय नहीं है, हर वैज्ञानिक किसी से कम नहीं है। सूर्य की रोशनी से ऊर्जा बनाने के प्रयोग विज्ञान की ही देन है। अब समझना है कि हम अपने राज्य में इस ऊर्जा का प्रयोग कर रहा हैं। अब तक 12 हजार लोग यहां महोत्सव में आये है। हर पांच राज्य मिलकर ऐसे ही महोत्सव का आयोजन अपने राज्य के नाम से करें। आज से ही इसे करने के लिए काम करना शुरू करें।
बच्चों से लेकर बड़ो में बढ़ रही है शुगर की बीमारी: प्रो. ईश भाटिया
प्रो. ईश भाटिया ने शुगर के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शोध में पता चला है कि विकसित देशों में विकासशील देशों के मुकाबले अधिक मरीज हैं। बच्चों से लेकर बड़ो में यह बीमारी बढ़ रही है। व्यायाम से इस पर काबू पाया जा सकता है। वहीं,कार्यक्रम में अनुराग श्रीवास्तव ने कैंसर के बारे में जानकारी।
गौरतलब हो कि लखनऊ में पांच अक्टूबर से चार दिवसीय इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल (2018) के अंतर्गत मेगा साइंस, टेक्नोलॉजी एवं इंडस्ट्री एक्सपो का आयोजन गोमतीनगर रेलवे स्टेशन ग्राउंड में किया जा रहा है। एक्सपो में भारत सरकार के सभी वैज्ञानिक संस्थान अपनी-अपनी वैज्ञानिक उपलब्धियों को जनता के सामने प्रदर्शित कर रहे हैं। बीते छह अक्टूबर को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने फेस्टिवल का उद्घाटन कर कहा कि
यह समारोह विज्ञान का कुंभ मेला है। यूपी हमेशा से ही कुंभ के लिए प्रसिद्ध रहा है। अब विज्ञान कुंभ के लिए भी जाना जाएगा। स्वच्छ भारत मिशन एक वैज्ञानिक पहल है। मिशन इंद्रधनुष व आयुष्मान भारत सहित सभी योजनाएं विज्ञान से ओतप्रोत हैं।
आज के कार्यक्रम
- इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में सुबह दस बजे से
- गिनीज वर्ल्ड रिकाडर्स्-इनॉग्रल हॉल
- इंडस्ट्री एकेडेमिया मीट- ज्यूपिटर हाल
- वुमेन साइंटिस्ट एंड इंटरप्रेन्योर कॉन्क्लेव-मार्श हाल
- नेशनल साइंस टीचर्स कांग्रेस- मरकरी हाल
- साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिशन:स्टेक होल्डर्स एंड पार्टनर्स समिट-अर्थ-मून हाल
- साइंस एंड टेक्नोलॉजी फॉर हारनेसिंग इनोवेशंस-वीआइपी लाउंज अर्थ कॉम्प्लेक्स
- क्लीन एयर कैंपेन -नेपच्यून हाल
- फेस टू फेस विद फ्रांटियर्स इन साइंस एंड टेक्नोलॉजी-अर्थ-मून हाल
- हेल्थ कॉन्क्लेव- प्लूटो हाल
- क्राफ्ट्स एंड आर्टीसंस कॉन्फ्रेंस- अर्थ काम्प्लेक्स
- गोमती नगर रेलवे स्टेशन ग्राउंड
- मेगा साइंस, टेक्नोलॉजी एंड इंडस्ट्री
- एक्सपो सुबह दस बजे से
- क्राफ्ट एंड आर्टीसन डेमो
- स्टूडेंट साइंस विलेज- एनबीआरआइ
- अटल बिहारी वाजपेयी कंवेंशन सेंटर
- इंटरनेशनल साइंस फिल्म एंड लिटरेचर फेस्टिवल जीडी गोयनका स्कूल
- स्टूडेंट्स इंजीनियरिंग माडॅल्स प्रतियोगिता-दस बजे से।