जवां रहने का सपना PGI करेगा पूरा, इतने से खर्चे में कराएं फेस लिफ्ट सर्जरी
संजय गांधी पीजीआइ में फेस लिफ्ट सर्जरी की शुरुआत की गई है। पहले सफल ऑपरेशन के बाद फेस लिफ्ट की सुविधा अब पीजीआइ में भी उपलब्ध है।
लखनऊ, जेएनएन। लोगों में जवां दिखने की ललक हमेशा से थी। लोग त्वचा को निखारने के लिए कभी हल्दी का सहारा लेते हैं तो कभी चिरौंजी का। लेकिन ढलती उम्र पर किसी का वश नहीं होता। झुर्रियां उम्र का अहसास कराने लगती हैं। हालांकि जवां दिखने की चाहत में लोग अब प्लास्टिक सर्जरी का भी सहारा लेने लगे हैं। संजय गांधी पीजीआइ में फेस लिफ्ट सर्जरी की शुरुआत की गई है।
दरअसल, आजकल भागदौड़ और तनाव भरी जीवन शैली में चेहरे एवं शरीर पर वृद्धावस्था कुछ जल्दी ही आ जाती है। चेहरा मनुष्य का ऐसा भाग है, जो सबसे ज्यादा दिखाई पड़ता है और वह उसके व्यक्तित्व की पहचान होता है। वृद्धावस्था के लक्षण चेहरे से ही शुरू होते हैं। आंखों के नीचे गड्ढे होना, हंसने पर मुंह के चारों तरफ झुर्रियां पडऩा, माथे पर अत्यधिक झुर्रियां पडऩा एवं त्वचा लटक जाना और गर्दन की त्वचा ढीली हो जाना यह सभी चेहरे पर बढ़ती उम्र के लक्षण हैं, लेकिन अब प्लास्टिक सर्जरी की मदद से फेस लिफ्ट कर सर्जरी के द्वारा चेहरे पर पड़े इन लक्षणों को कम किया जा सकता है।
प्लास्टिक सर्जरी विभाग के हेड डॉ. राजीव अग्रवाल ने बताया कि पीजीआइ में फेस लिफ्ट का पहला सफल ऑपरेशन किया गया। सर्जरी अलग-अलग भाग जैसे गाल, माथा, आंखें अथवा गर्दन की हो सकती है। इसमें छुपे हुए एवं बालों के भीतर चेहरे के भाग से ऑपरेशन किया जाता है और ढीली पड़ी मांसपेशियों को फिर से बल दिया जाता है। चेहरे की ढीली त्वचा को निकाल कर चेहरे को एक सुंदर और सुडौल आकार दिया जाता है, जिससे कि चेहरा पांच से दस वर्ष तक पहले जैसा प्रतीत होने लगता है। उन्होंने बताया कि यह सर्जरी अब पीजीआइ में भी शुरू हो गई है। ऑपरेशन में 30 से 40 हजार तक खर्च आता है और दो से तीन हफ्ते में लोग पूरी तरह से ठीक हो जाता है।