सपा ने बागी विधान परिषद प्रत्याशी सीपी चंद को बाहर निकाला
सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के लिए गोरखपुर विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र की सीट नाक का सवाल बन गई है। यहां से पार्टी ने जय प्रकाश यादव को एक बार फिर प्रत्याशी घोषित किया, लेकिन पहले से घोषित प्रत्याशी सीपी चंद ने भी ताल ठोंक रखी है।
लखनऊ। सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के लिए गोरखपुर विधान परिषद के स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन क्षेत्र की सीट नाक का सवाल बन गई है। यहां से पार्टी ने जय प्रकाश यादव को एक बार फिर प्रत्याशी घोषित किया, लेकिन पहले से घोषित प्रत्याशी सीपी चंद ने भी ताल ठोंक रखी है। ऐसे में पार्टी ने सीपी चंद को बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
गोरखपुर से समाजवादी पार्टी के अधिकार पत्र पर नामांकन पत्र दाखिल कर चुनाव मैदान में डटे सीपी चंद को सपा से निष्कासित कर दिया गया है। उनके ऊपर पार्टी नेतृत्व के निर्देशों की अवहेलना करने के आरोप है। पार्टी ने यहां से पूर्व मंत्री जय प्रकाश यादव को अपना उम्मीदवार बताया है। इसके बाद भी सीपी चंद मैदान में डटे हैं। गोरखपुर सीट पर सपा ने पहली ही सूची में जय प्रकाश यादव को अपना उम्मीदवार घोषित किया था। उन्होंने नामांकन पत्र दाखिल कर प्रचार अभियान शुरू कर दिया था, लेकिन नामांकन प्रक्रिया के अंतिम दिन पार्टी ने सीपी चंद को अधिकार पत्र देकर उम्मीदवार बना दिया। चंद ने अंतिम घंटों में नामांकन दाखिल कर दिया। इसी दौरान पार्टी के इस अप्रत्याशित निर्णय के बाद जय प्रकाश को दिल का दौरा पड़ गया। दिल का दौरा पडऩे पर उनको लखनऊ के संजय गांधी पीजीआइ में भर्ती कराया गया। इस बीच स्थानीय नेताओं का दबाव बढा तो सपा नेतृत्व ने एक बार फिर जय प्रकाश यादव को प्रत्याशी घोषित कर दिया, लेकिन तब तक नामांकन प्रक्रिया समाप्त हो चुकी थी। ऐसे में सपा का अधिकार पत्र जमा करने के कारण कानूनी तौर पर सीपी चंद ही सपा के प्रत्याशी बन गये, जबकि जयप्रकाश निर्दल हो गये। इसके बाद सीपी चंद ने खुद को सपा प्रत्याशी प्रचारित करना शुरू कर दिया, जिससे सपा प्रत्याशी जय प्रकाश यादव का प्रचार अभियान प्रभावित हो रहा था। मानमनौवल के बार आखिरकार आज सपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीपी चंद को सपा से निष्कासित कर दिया। इस बाबत मंत्री राजेन्द्र चौधरी का पत्र गोरखपुर पहुंचा है।