सैफई स्पोर्टस कालेज के तैराकी कोच पर यौन उत्पीडऩ का आरोप
सैफई स्पोटर्स कालेज के किशोर छात्र ने अपने ही तैराकी कोच पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। पुलिस ने कोच से पूछताछ कर मामले को मारपीट तक सीमित कर दिया।
लखनऊ। सैफई स्पोटर्स कालेज के किशोर छात्र ने अपने ही तैराकी कोच पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। पुलिस ने कोच से पूछताछ कर मामले को मारपीट तक सीमित कर दिया।
एएसपी सर्वानंद ङ्क्षसह यादव के समक्ष बलिया निवासी छात्र ने बताया कि बीते साल जुलाई 2014 में कक्षा छह में दाखिला मिला था, तैराकी कोच ने कुछ दिनों बाद ही परेशान करना शुरू कर दिया। कोच के उत्पीडऩ से परेशान होकर भाई तो बीते माह नंवबर में कालेज छोड़कर चला गया। हॉस्टल में छात्रों के साथ ही कोच का कमरा है। वह पैर दबाने के बहाने बुलाकर गलत काम करते थे, उन्होंने 18 तारीख को फिर से यौन उत्पीडऩ का शिकार बनाया। विरोध करने पर मारा-पीटा तथा मोबाइल फोन जमीन पर पटककर तोड़ दिया, साढ़े तीन सौ रुपये छीन लिए। कालेज के प्रधानाचार्य वाईपी ङ्क्षसह से शिकायत करने का मौका भी नहीं दिया। वह किसी तरह कालेज से निकलकर यहां तक आ सका और पुलिस को मामले की जानकारी दी। एएसपी एसएस यादव ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छात्र को सैफई थाना पुलिस के हवाले किया तथा सैफई एसओ को जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया। स्पोट्र्स कालेज के प्रधानाचार्य वाईपी सिंह ने बताया कि आरोप बेबुनियाद हैं और पुलिस जांच में सच सामने आ जाएगा।
एसओ सैफई ने शुरुआती जांच के बाद कहा कि छात्र जिस दिन का मामला बता रहा है, उस दिन कोच अवकाश पर था। प्रथम दृष्टया यह मामला मारपीट का है। स्थानीय लोगों का कहना है कि एसओ झूठ बोल रहा है और कोच को बचाने का प्रयास कर रहा है। छात्र का चिकित्सीय परीक्षण देर शाम तक नहीं कराया गया था, कोच द्वारा रुपयों की वापसी छात्र के आरोप के संबंध सबकुछ बयां कर रही है। मोबाइल बंद होने के कारण तैराकी कोच का पक्ष नही लिया जा सका।