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2000 के नोट बंद होने के फर्जी मैसेज से मार्केट में निकले तिजोरी में जमा लाखों नोट Lucknow News

लखनऊ में भी उड़ी 2000 नोट बंद होने की अफवाह मार्केट में नोटों की हुई भरमार।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 07 Jan 2020 05:40 PM (IST)Updated: Wed, 08 Jan 2020 08:48 AM (IST)
2000 के नोट बंद होने के फर्जी मैसेज से मार्केट में निकले तिजोरी में जमा लाखों नोट Lucknow News
2000 के नोट बंद होने के फर्जी मैसेज से मार्केट में निकले तिजोरी में जमा लाखों नोट Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। 31 दिसंबर की रात से दो हजार के नोट बंद होने के वायरल हुए फर्जी मैसेज ने बाजार में दो हजार के नोट उतार दिए। लंबे समय से डंप नोट अब बाजार में आ चुके हैं। एकाएक बड़ी मात्रा में आए नोटों से लोगों में भी हलचल का माहौल है। माना जा रहा है कि अभी भी बड़ी संख्या में दो हजार रुपये के नोट डंप हैं। 

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एक बड़े बैंक के अधिकारी के मुताबिक दो हजार रुपये के नोटों की छपाई जून 2017 के आस पास बंद हो गई थी। इसके बाद अलग अलग वर्ग ने दो हजार के नोटों को डंप करना शुरू कर दिया। इसके चलते बाजार में दो हजार रुपये का चलन चार से पांच प्रतिशत के स्तर पर आ गया।

हर पांच, छह महीने में सोशल मीडिया में दो हजार रुपये के नोटों के बंद होने की अफवाहें आने के दौरान नोटों के चलन में दस से पंद्रह प्रतिशत की वृद्घि भी महसूस की जा रही है। उदाहरण के तौर पर अगस्त सितंबर 2017 के बाद एटीएम से दो हजार रुपये के नोट निकलना ही बंद हो गए। 

बोले व्यापारी

 आढ़ती एवं अध्यक्ष लखनऊ व्यापार मंडल के  राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि हां यह सही है। सोशल मीडिया पर चली एक अफवाह से करीब एक माह से दो हजार के नोट अचानक बाजार में दौडऩे लगे हंै। चूंकि बैंक भी इन्हें चलन में वापस नहीं कर रहे हैं इससे लोगों में पैनिक है।

वरिष्ठ महामंत्री एवं होजरी कारोबारी अमरनाथ मिश्र ने बताया कि कोरी अफवाह है। बाजार में दो हजार के नोट दिखने लगे हैं। करीब-करीब हर खरीदारी में ग्राहक इसे दे रहा है। पहले जहां पांच सौ और अन्य छोटे नोट दिखते थे। उनके स्थान पर अब दो हजार का नोट बाजार में तेजी से चलन में है। बंदी जैसी बात नहीं है।

अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संदीप बंसल ने बताया कि सोशल मीडिया ने लोगों के घरों में रखे दो हजार के नोट बाहर ला दिए हैं। इस पैनिक से लोगों को बचना चाहिए। साथ ही बैंकों को भी ग्राहकों को इन नोटों की वापसी कर इस अफवाह को खत्म करना चाहिए।

संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंजनी कुमार पांडेय ने बताया कि बैंकों में नोट जमा करने के बजाए उन्हें चलन के लिए आगे बढ़ाना होगा। तभी इस अफवाह पर बे्रक लगेगा। सोशल मीडिया के कारण अचानक बाजार में दो हजार के नोटों की हलचल बढ़ी है। हालांकि बंदी जैसी बात नहीं है। 


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