बिना टिकट स्टेशन पर आना पड़ गया महंगा, RPF ने पकड़ा-किसी की छूटी ट्रेन तो किसी की परीक्षा
बलरामपुर में बिना टिकट के यात्रा कर रहे लोगों पर हुई कार्रवाई जांच टीम ने पकड़ा।
बलरामपुर, जेएनएन। बलरामपुर रेलवे स्टेशन का नजारा मंगलवार को बदला-बदला दिखा। अपने रिश्तेदार व मित्रों को रेलवे स्टेशन तक पहुंचाना लोगों को महंगा पड़ गया। वजह, उन्हें जरा भी आभास न था कि बिना प्लेटफार्म टिकट के रेलवे स्टेशन की दहलीज लांघना उन्हें भारी पड़ सकता है। पलक झपकते ही जांच टीम ने बिना टिकट प्लेटफार्म पर खड़े लोगों को दबोचना शुरू कर दिया। जब तक कुछ समझ में आता उन्हें बर्बरतापूर्वक बस में लाद लिया गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से यात्रियों में अफरातफरी मच गई, जिससे कई लोगों को अपनी यात्रा निरस्त करनी पड़ी।
कुछ ऐसा रहा नजारा : नगर निवासी जेपी गुप्त अपने मित्र को रेलवे स्टेशन पर छोडऩे आया था। वह प्लेटफार्म से निकल ही रहा था कि जांच टीम के सदस्यों ने उससे टिकट मांगा। प्लेटफार्म टिकट न होने पर उसे दबोच लिया। सोनू मौर्य भी अपनी बुआ को ट्रेन पर बैठाने आया था। प्लेटफार्म टिकट की जानकारी न होने पर उसे भी बस में लाद लिया गया। मूड़ाडीह गांव निवासी आबिद मुंबई के लिए ट्रेन पकडऩे अपने भतीजे मोनू के साथ आया था। मोनू उसे छोड़कर जा ही रहा था कि टीम ने उसे भी पकड़ लिया। उसका एटीएम, मोबाइल व बाइक की चाबी आबिद के पास ही छूट गई। जिस पर उसने दूसरे रिश्तेदार को फोन करके बुलाया। नहर बालागंज निवासी मोहम्मद वसीम बोर्ड का परीक्षार्थी है। वह अपने भाई आसिफ को स्टेशन पर छोडऩे आया था। वह परीक्षा की दुहाई देता रहा, लेकिन जांच टीम के सदस्य नहीं पसीजे।
यात्रियों में उपजा आक्रोश :जांच टीम की इस कृत्य से यात्रियों में आक्रोश फैल गया। रिश्तेदारों की धरपकड़ से नाराज यात्री स्टेशन अधीक्षक के पास शिकायत करने पहुंचे। जिस पर उन्होंने नियम-कानून की झड़ी लगाकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
बोले जिम्मेदार :स्टेशन अधीक्षक डीएस मीणा का कहना है कि गोंडा से जांच टीम आई थी। बिना टिकट प्लेटफार्म पर खड़े मिले करीब दस लोगों को पकड़कर ले गई है।