360 एकड़ में पार्क की तरह विकसित होगा गोमती रिवर फ्रंट
फोटो -सीबीआइ जांच की आंच में जल रही परियोजना को अब सिंचाई विभाग की जगह देखेगा एलडी
-सीबीआइ जांच की आंच में जल रही परियोजना को अब सिंचाई विभाग की जगह देखेगा एलडीए
-शासन ने प्राधिकरण से मांगा बचे हुए विकास और आगे होने वाले रखरखाव का खाका
-दोनों किनारों को जनेश्वर मिश्र पार्क की तर्ज पर तैयार करेगा प्राधिकरण
-विकसित किये जाने के बाद रिवर फ्रंट में टिकट भी लगाए जाने की तैयारी
जागरण संवाददाता, लखनऊ : सीबीआइ जांच की आंच में तप रही गोमती रिवर फ्रंट परियोजना का अब विभाग बदला जाएगा। परियोजना को आगे विकसित कर के रखरखाव करने की जिम्मेदारी शासन लखनऊ विकास प्राधिकरण को देने की तैयारी कर रहा है। जिसमें इस परियोजना के बचे हुए काम पूरा करने और आगे का रखरखाव करने का जिम्मा प्राधिकरण का होगा। शासन ने परियोजना को लेकर एक योजना एलडीए से मांगी है। शासन ने पूछा है कि, किस तरह से गोमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट को विकसित कर के रखरखाव किया जाएगा। सिंचाई विभाग के जरिये करीब 1400 करोड़ रुपये का खर्च कर के विकसित की गई रिवर फ्रंट डेवलेपमेंट परियोजना को जनेश्वर मिश्र पार्क की ही तरह एलडीए तैयार करेगा। दोनों किनारों पर ये पूरा क्षेत्रफल भी लगभग 360 एकड़ के एक पार्क की तरह है।
सिंचाई विभाग ने सपा काल में गोमती रिवर फ्रंट योजना को तैयार किया था। करीब 1400 करोड़ रुपये खर्च होने के बावजूद ये काम पूरा नहीं किया जा सका। हनुमान सेतु से लामार्टीनियर कॉलेज तक काम हुआ है। गड़बड़ियों को देखते हुए वर्तमान सरकार ने प्रकरण की पहले मंत्री समूह से जांच कराई। इसके बाद अब सीबीआइ जांच भी जारी है। कई अधिकारियों पर सीबीआइ ने एफआइआर भी की है। जिसके बाद में ये काम पिछले करीब एक साल से बंद है। अब काम को न केवल पूरा करवाया जाएगा बल्कि इस पूरे प्रोजेक्ट के आगामी रखरखाव की जिम्मेदारी भी तय होगी।
17 किमी लंबा 360 एकड़ का पार्क
एलडीए ने इस संबंध में परीक्षण शुरू करवा दिया है। लामार्टीनियर के नजदीक रबर डैम से शुरू होकर हनुमान सेतु तक रिवर फ्रंट विकसित किया गया। ये दूरी एक ओर 8.32 किमी की है। दोनों ओर में ये लगभग 17 किमी की दूरी है। जबकि दोनों ओर बनाए गए पार्क का क्षेत्रफल लगभग 360 एकड़ है। जिसको लेकर एलडीए के उद्यान अधिकारी एसपी सिसौदिया और अधिशासी अभियंता ने यहां का निरीक्षण कर के पूरी नाप की है।
तीन काम करेगा एलडीए
एलडीए यहां मुख्य रूप से तीन काम करेगा। यहां के पूरे औद्यानिक काम के अलावा साफ सफाई और बिजली व्यवस्था को भी एलडीए ही देखेगा। जिसको लेकर प्राधिकरण प्रस्ताव तैयार कर रहा है। इसके अलावा एलडीए बचे हुए छोटे कामों को कम बजट में ही पूरा करेगा।
भविष्य में टिकट भी लगाएंगे
रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट को बेहतर तरीके से बचाए रखने के लिए भविष्य में यहां टिकट भी लगाया जाएगा। जिससे प्रोजेक्ट का बेहतर संरक्षण किया जा सकेगा।
:::वर्जन :::
शासन चाहता है कि प्राधिकरण गोमती रिवर फ्रंट डेवलपमेंट प्रोजेक्ट का रखरखाव करे। जिसको लेकर हम प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं। मुख्य रूप से औद्यानिक, सफाई और लाइटिंग का काम हम देखेंगे। कुल 360 एकड़ के पार्क की तरह प्रोजेक्ट को विकसित किया जाएगा।
प्रभु एन. सिंह, उपाध्यक्ष, लविप्रा