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Coronavirus की प्रजनन क्षमता UP में राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा, अब और भी सतर्क व सावधान रहने की जरूरत

चेन्नई के गणितीय संस्थान के एक अध्ययन के हवाले डॉ सूर्यकांत ने बताया संक्रमण में उछाल का कारण । वायरस की प्रजनन क्षमता राष्ट्रीय स्तर पर जहां 1.32 है वहीं उत्तर प्रदेश में यह 2.14 पर पहुंच चुकी है। जिससे यूपी में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।

By Rafiya NazEdited By: Published: Wed, 14 Apr 2021 08:30 AM (IST)Updated: Wed, 14 Apr 2021 12:44 PM (IST)
Coronavirus की प्रजनन क्षमता UP में राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा, अब और भी सतर्क व सावधान रहने की जरूरत
राष्ट्रीय स्तर पर वायरस की कोरोना प्रजनन क्षमता 1.32 के मुकाबले यूपी में बढ़कर 2.14 पर।

लखनऊ, जेएनएन। राज्य में कोरोना के मामलों में लगातार उछाल आ रहा है। मंगलवार को 24 घंटों में कोविड पाजिटिव मरीजों का आंकड़ा 5382 तक हो चुका है। चिकित्सक इसके पीछे वायरस की प्रजनन क्षमता (रिप्रोडक्शन वैल्यू या आर-वैल्यू) बढ़ने को इसकी वजह बता रहे हैं। इस संबंध में चेन्नई गणितीय विज्ञान संस्थान के एक अध्ययन के हवाले से किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष और इन्डियन मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ. सूर्यकान्त त्रिपाठी ने मंगलवार को बड़ा निष्कर्ष निकाला है। उनका कहना है कि अध्ययन के मुताबिक वायरस की प्रजनन क्षमता राष्ट्रीय स्तर पर जहां 1.32 है वहीं उत्तर प्रदेश में यह 2.14 पर पहुंच चुकी है।

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इस वजह से यूपी में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं लखनऊ इसमें टॉप पर है। उन्होंने अंदेशा जताया है कि आने वाले दिनों में संक्रमण और भी बढ़ सकता है। इसलिए लोगों को सतर्क रहने को आगाह किया है।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन-उत्तर प्रदेश के कोविड टीकाकरण के ब्रांड एम्बेसडर डॉ. सूर्य कान्त का कहना है कि अध्ययन के मुताबिक आर वैल्यू प्रजनन संख्या दर्शा रहा है कि उत्तर प्रदेश, झारखण्ड और बिहार में महामारी तेजी से बढ़ रही है। पिछले दो हफ़्तों के दैनिक नए मामलों पर नजर रखने के बाद उत्तर प्रदेश के लिए प्रभावी प्रजनन संख्या का अनुमान 2.14, झारखण्ड का 2.13 और बिहार का 2.09 है। इसका मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति इन राज्यों में दो से अधिक लोगों को संक्रमित कर रहा है।

एडवाइजरी: बिना काम के बाहर न निकलें और बहुत जरूरी हो तो थ्री लेयर मास्क से अच्छी तरह से नाक और मुंह को ढककर ही निकलें । भीडभाड़ में जाने से बचें और जिससे भी मिलें उससे दो गज की दूरी बनाकर रखें । बेवजह किसी वस्तु को हाथ लगाने से बचें और किसी वस्तु के संपर्क में आते हैं तो हाथों को साबुन-पानी या सेनेटाइजर से अच्छी तरह से साफ़-सुथरा कर लें ।

आर वैल्यू क्या है :आर नम्बर कोरोना वायरस या किसी अन्य बीमारी के फैलने की क्षमता को दर्शाता है, यह उन लोगों की संख्या है जो कि वायरस से औसतन संक्रमित हो चुके हैं । जिस समय लोग संक्रमण की चपेट में आते हैं, तत्काल उनका पता नहीं लगाया जा सकता है। वायरस से मरने वालों की संख्या, भर्ती होने वालों की संख्या व संक्रमण की जद में आने वालों की तादाद और वायरस के लिए सकारात्मक परीक्षण किया जाता है कि वायरस कितनी आसानी से फ़ैल रहा है। यदि आर का मान एक से अधिक है तो प्रभावित लोगों की संख्या बढती रहती है और वैल्यू एक से कम है तो बीमारी अंततः फैलना बंद कर देगी। यानि संक्रमित लोगों की संख्या घट जाएगी ।


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