पीजीआइ में बनेगा रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर, कम होगी Kidney Transplant की वेटिंग
संजय गांधी पीजीआइ में किडनी ट्रांसप्लांट की वेटिंग कम क रने के लिए रीनल ट्रांसप्लांट शुरू होने जा रहा है।
लखनऊ, [कुमार संजय]। संजय गांधी पीजीआइ में किडनी ट्रांसप्लांट को रफ्तार देने के लिए नए रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर की स्थापना की शुरुआत की जा रही है। इससे ट्रांसप्लांट के लिए लंबी वेटिंग कम हो सकेगी। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अमित अग्रवाल ने बताया कि संस्थान में किडनी ट्रांसप्लांट के लिए डेढ़ साल की वेटिंग है। नए रीनल ट्रांसप्लांट सेंटर बनने के बाद वेटिंग कम होगी। अभी सप्ताह में तीन से चार किडनी ट्रांसप्लांट हो रहे हैं। नया सेंटर बनने के बाद सप्ताह में 10 से15 ट्रांसप्लांट होंगे। इसपर उपकरण के अलावा अन्य संसाधनों पर 150 करोड़ का खर्च आने का अनुमान है। सेंटर का शिलान्यास हाल में ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था।
लिवर ट्रांसप्लांट के लिए स्थापित हुआ सेंटर
पीजीआइ के निदेशक प्रो. राकेश कपूर ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट सेंटर 120 बेड और पांच मॉड्यूलर ओटी स्थापित हो गया है। इसमें लगभग 110 करोड़ खर्च हुआ है, जिसमें रोजाना एक लिवर ट्रांसप्लांट संभव है। कोलिडो स्कोप जैसी तमाम अत्याधुनिक उपकरणों से सेंटर को लैस किया जा रहा है। प्रो. कपूर ने बताया कि बच्चों और वयस्कों में लिवर की सभी तरह की बीमारी का इलाज संभव होगा।
चार साल बाद दोबारा कोशिश, लेकिन फेल
ट्रांसप्लांट पूरी तरह बंद होने के चार साल बाद नए सेंटर में दोबारा 25 जनवरी को लिवर ट्रांसप्लांट किया गया। दावा है कि ट्रांसप्लांट सफल रहा, लेकिन इंफेक्शन केकारण बच्चे की मौत हो गई। संस्थान में अब 22 लिवर ट्रांसप्लांट हुए, जिसमें से नौ सफल रहे हैं।