बिगडऩे की ओर भारत-नेपाल संबंध, बार्डर पर लगे विरोधी नारे
नेपाल में नये संविधान के विरोध का असर भारत-नेपाल संबंधों पर भी पड़ सकता है। महराजगंज जिले में भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर संविधान के विरोधी मधेशी पर आज कार्यकर्ताओं पर नेपाल की तरफ से आए दर्जनों की संख्या में पहाड़ी दल के लोगों ने पथराव किया।
लखनऊ। नेपाल में नये संविधान के विरोध का असर भारत-नेपाल संबंधों पर भी पड़ सकता है। महराजगंज जिले में भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर संविधान के विरोधी मधेशी पर आज कार्यकर्ताओं पर नेपाल की तरफ से आए दर्जनों की संख्या में पहाड़ी दल के लोगों ने पथराव किया। इस दौरान भारत विरोधी नारे भी लगे।
इस पथराव के बाद वहां हंगामा खड़ा हो गया। पहाडिय़ों ने मधेशियों के लिए अपशब्दों का प्रयोग किया, भारतीय सुरक्षा एजेंसियों व पुलिस के समक्ष ही भारत विरोधी नारे लगाए। यह देख भारतीय पुलिस व पीएसी के जवान हरकत में आ गए। नेपाली प्रशासन से निषेधाज्ञा के बावजूद दर्जनों की संख्या में पहाड़ी कार्यकर्ताओं के जुटने पर आपत्ति जताई। इस दौरान तनातनी की स्थिति भी बनी रही। इसके बाद दोनों तरफ के उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हो पाया।
नेपाल में संविधान के विरोध में मधेशी दल पिछले तीन दिनों से सोनौली सीमा से सटे नेपाल के बेलहिया चौकी के समक्ष धरना दे रहा है। आज दर्जनों की संख्या में मधेशी कार्यकर्ता धरने देने बैठे। इसी बीच बेलहिया क्षेत्र से पहाड़ी दलों के कार्यकर्ता आ गए और नेपाली पुलिस व प्रशासन की मौजूदगी में मधेशियों के प्रति अपशब्द कहकर उन पर पथराव कर दिया। सोनौली चौकी पुलिस व एसएसबी ने उत्पात कर रहे लोगों को वहां से खदेड़ा। नेपाली प्रशासन को मूक दर्शक बना देख चौकी प्रभारी भरत यादव बेलहिया चौकी पर पहुंच गए। उन्होंने नेपाल पुलिस को फटकार लगाने के बाद बेलहिया में निषेधाज्ञा के बाद भी दर्जनों की संख्या में आए पहाड़ी अराजक तत्वों पर सवाल उठाया। इस दौरान नेपाल पुलिस और यादव के बीच बहसबाजी भी हुई। आलाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद पहाड़ी और मधेशी कार्यकर्ताओं को वहां से हटा कर माहौल को शांत कराया गया।
इसके बाद एसएसबी की चेकिंग के बाद कुल चालीस मालवाहक वाहनों को नेपाल में प्रवेश कराया गया।