राजधानी में सुधरी हवा की सेहत, 216 की रेंज में आया एक्यूआइ Lucknow news
69 यूनिट गिरावट के साथ 216 की रेंज में एक्यूआइ दर्ज हुआ एक्यूआइ। कुछ दिन पहले देश में सबसे ज्यादा प्रदूषित पाया गया था लखनऊ।
लखनऊ, जेएनएन। कई दिनों के बाद राजधानी में शुक्रवार को वायु प्रदूषण में कमी रिकॉर्ड की गई। एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 69 यूनिट गिरकर 216 के रेंज में रिकॉर्ड किया गया। गुरुवार को एक्यूआइ 275 दर्ज किया गया था।
हवा ने उड़ाया प्रदूषण
गुरुवार की अपेक्षा एक्यूआइ में अचानक 69 यूनिट की कमी के पीछे पूर्वी हवा को माना जा रहा है। राजधानी सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश में शुक्रवार से पुरवाई चलना शुरू हुई है। 10 से 15 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हवा के कारण प्रदूषण में भी कमी आई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले तीन-चार दिन पूर्वी हवा का दौर जारी रहने की उम्मीद है।
गाजियाबाद देश का चौथा सबसे प्रदूषित शहर
शुक्रवार को केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार देश के सर्वाधिक छह प्रदूषित शहरों की सूची में गाजियाबाद चौथे स्थान पर रहा। यहां एक्यूआइ 303 रिकॉर्ड हुआ। वाराणसी की हवा सबसे साफ रही। 22 अक्टूबर को वाराणसी सबसे प्रदूषित शहर में शुमार था। एक्यूआइ 276 रिकॉर्ड किया गया था, जो तीसरे दिन ही घटकर 65 की रेंज में आ गया। वहीं, मेरठ 287, नोएडा व बागपत 284, ग्रेटर नोएडा 276 व कानपुर में 223 रिकॉर्ड किया गया।
दीपावली में होगी मॉनीटरिंग
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दर्जनभर स्थानों पर मॉनीटरिंग करेगा। साथ ही शहर के विभिन्न इलाकों में हवा में होने वाले प्रदूषण का भी आकलन किया जाएगा। दीपावली पर कितना प्रदूषण हुआ, इसका आकलन करने के लिए दीपावली वाले दिन के अलावा पहले व बाद में भी बोर्ड मॉनीटरिंग करेगा।
शहर में दस जगह लगे हैं मापक यंत्र
शहर में दस स्थानों पर ध्वनि प्रदूषण की नापजोख करने वाले ऑटोमेटिक यंत्र स्थापित हैं। इनके अलावा दो और स्थानों को शोर की नापजोख के लिए शामिल किया जाएगा। जिन स्थानों पर शोर की नापजोख होगी, उनमें हजरतगंज डीआरएम ऑफिस, आइटी कालेज, लोहिया अस्पताल, इंदिरानगर सेक्टर 14, आंचलिक विज्ञान नगरी, अमौसी एयरपोर्ट, संजय गांधी पीजीआइ, तालकटोरा व चिनहट औद्योगिक क्षेत्र शामिल हैं।
वहीं, पटाखों से होने वाले प्रदूषण का आकलन करने के लिए लालबाग, सेंट्रल स्कूल सेक्टर ओ, सीएसआइआर कालोनी निराला नगर, गोमती नगर विभूति खंड, तालकटोरा औद्योगिक क्षेत्र में वायु प्रदूषण की नापजोख की जाएगी। बोर्ड बीते वर्षों की भांति दीपावली के दिन के अलावा पहले व बाद में भी मॉनीटरिंग करेगा। इससे इस बात का विश्लेषण किया जा सकेगा कि पटाखों का कितना असर शहर की आबोहवा पर पड़ा।