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थानों समेत पुलिस के 83 दफ्तरों में महिला शौचालय तक नहीं, लगाने पड़ते हैं जुगाड़

एसएसपी ने उठाया मुद्दा, डीएम को लिखा पत्र। एसएसपी के शिविर कार्यालय में भी नहीं हैं इंतजाम।

By JagranEdited By: Published: Tue, 13 Mar 2018 01:27 PM (IST)Updated: Tue, 13 Mar 2018 01:27 PM (IST)
थानों समेत पुलिस के 83 दफ्तरों में महिला शौचालय तक नहीं, लगाने पड़ते हैं जुगाड़
थानों समेत पुलिस के 83 दफ्तरों में महिला शौचालय तक नहीं, लगाने पड़ते हैं जुगाड़

लखनऊ(अजय श्रीवास्तव)। वूमेन पॉवर की बात करने वाले पुलिस महकमे में ही महिला पुलिस कर्मियों को एक बड़ी समस्या से गुजरना पड़ रहा है। आठ से दस घंटे की ड्यूटी के दौरान उन्हें शौचालय जाने के लिए जुगाड़ तलाशनी पड़ती है। लखनऊ के 43 थानों समेत पुलिस के 83 दंफ्तरों में महिला शौचालय तक नहीं है।

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कंट्रोल रूम हो या सीओ ऑफिस शौचालय की प्रमुखता में शून्य

पड़ताल में पता चला कि थाने में ही नहीं एसएसपी के बांसमंडी शिविर कार्यालय में भी महिला शौचालय नहीं बना है। सिर्फ पुलिस कर्मी ही नहीं फरियाद लेकर आने वाली महिलाओं को भी इस समस्या से गुजरना पड़ता है। आठ कंट्रोल रूम में भी महिला शौचालय नहीं हैं, जबकि कंट्रोल रूम में महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती रहती है। पुलिस कार्यालय, एसएसपी के शिविर कार्यालय के अलावा 11 पुलिस अधीक्षकों के कार्यालय में भी कोई व्यवस्था नहीं है। लखनऊ में 19 सीओ तैनात हैं, लेकिन किसी भी सीओ कार्यालय में महिला शौचालय नहीं है।

एसएसपी ने लिखा डीएम को पत्र

महिला शौचालय बनाए जाने के लिए जिलाधिकारी को लिखे पत्र में एसएसपी दीपक कुमार ने कहा है कि थानों व पुलिस दफ्तरों में महिला शौचालय न होने से महिला पुलिसकर्मियों के साथ फरियाद लेकर आने वाली महिलाओं को परेशानी हो रही है। एसएसपी ने 43 थानों के अलावा आठ कंट्रोल रूम समेत पुलिस से जुड़े 83 कार्यालयों में महिला शौचालय बनाने का अनुरोध किया है। अब जिलाधिकारी ने नगर निगम को पत्र लिखा है, जिससे थानों में महिला शौचालय बनाने के लिए स्वच्छ मिशन से बजट मांगा जा सके।

महिला पुलिसकर्मियों का दर्द

कुछ महिला पुलिसकर्मियों से जब बात की गई तो उनका दर्द भी सामने आ गया। उन्होंने कहा कि शौचालय की व्यवस्था न होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कुछ तो थानों के आसपास के घर वालों से मदद लेती हैं तो ग्रामीण इलाकों में तो खुले में जाना पड़ता है। विपरीत परिस्थितियों में महिला पुलिसकर्मियों को मजबूरी में पुरुष शौचालय का ही उपयोग करना पड़ता है। इस दौरान पुरुष शौचालय के बाहर एक महिला पुलिसकर्मी पहरा देती है।

स्वच्छ सर्वेक्षण से आई याद

ऐसा नहीं है कि थानों व पुलिस दफ्तरों में महिला शौचालय न होने की कोई नई बात है। दरअसल, स्वच्छ सर्वेक्षण और स्वच्छता अभियान को लेकर पुलिस विभाग को महिलाओं की चिंता सताने लगी है। केंद्र सरकार महिला शौचालय पर जोर दे रहा है, इसलिए शहर में बने सार्वजनिक शौचालयों में महिलाओं के लिए अलग गेट बनाया गया है। इसके अलावा 45 पिंक टॉयलेट भी बनाए जाने हैं।


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