दूसरे देशों को भी अपनी तकनीक देगा आरडीएसओ, होंगे कई बदलाव
रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बनने के बाद पहली बाद दौरे पर लखनऊ आए विनोद कुमार यादव ने कहा प्राथमिकता से हो पटरी की मरम्मत।
लखनऊ, जेएनएन। जिस रेलवे मुख्यालय में विनोद कुमार यादव डीआरएम थे। उसी आफिस में वह रेलवे बोर्ड के चेयरमैन बनकर वापस लौटे। उन्होंने डीआरएम के साथ मंडल की योजनाओं का जायजा लिया। वहीं आरडीएसओ में अधिकारियों की बैठक में कहा कि रेलवे यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए शोध करने वाला अनुसंधान अभिकल्प एवं मानक संगठन (आरडीएसओ) अब अंतरराष्ट्रीय स्तर का होगा। आरडीएसओ दूसरे देशों को भी अपनी तकनीक दे सके, इसके लिए आधारभूत ढांचे में बदलाव होंगे।
रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बनने के बाद यह विनोद कुमार यादव का पहला लखनऊ दौरा था। उन्होंने आरडीएसओ में डीजी वीरेंद्र कुमार के साथ यहां की लैब का निरीक्षण किया। अपर महानिदेशक और सभी निदेशालयों के कार्यकारी निदेशकों सीआरबी ने कहा कि विश्वस्तरीय रेल रिसर्च हब के रूप में आरडीएसओ को विकसित किया जाए। इसके लिए आरडीएसओ की शक्ति को भी बढ़ाया जाएगा।
वहीं उत्तर रेलवे मंडल प्रशासन कार्यालय में डीआरएम सतीश कुमार सहित कई अधिकारियों के साथ बैठक में सीआरबी ने कहा कि चारबाग स्टेशन का विकास गति पकड़ेगा। सीआरबी ने पूर्वोत्तर रेलवे की डीआरएम विजयलक्ष्मी कौशिक और उत्तर रेलवे लखनऊ के डीआरएम सतीश कुमार के साथ एक संयुक्त बैठक की। सीआरबी ने दोनों ही मंडलों पर ट्रेनों को अकारण आउटर पर न रोके जाने की हिदायत दी। साथ ही कहा कि रेल संरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। ट्रैक अनुरक्षण का कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाए। ट्रैक अनुरक्षण में उपयोग में आने वाली सामग्रियों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाए। परियोजनाओं की नियमित मॉनीटरिंग की जाए।
दो साल की रिक्तियों का होगा आंकलन
सीआरबी ने कहा कि भारतीय रेल में रिक्त सभी स्वीकृत पदों को भरने की प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है। अगले दो वर्षों में होने वाली रिक्तियों का भी आंकलन किया जा रहा है। जिससे इन पदों पर समय से भर्ती की जा सके। उन्होंने लखनऊ जंक्शन के कैब-वे, प्लेटफार्म नंबर एक, एस्केलेटर एवं सर्कुलेटिंग एरिया के साथ यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया।
ज्ञापन सौंपा
आरडीएसओ मजदूर संघ के अध्यक्ष संजीव सिन्हा ने शनिवार को सीआरबी से मुलाकात कर आरडीएसओ को इसरो व डीआरडीओ की तर्ज पर विकसित करने की मांग की।