दूसरा बच्चा भी वेंटिलेटर से हटा, हालत में सुधार
लखनऊ जेएनएन। शरीर से आपस में जुड़े जुड़वा बच्चों के ऑपरेशन की सफलता की उम्मीद बढ़ ग
लखनऊ, जेएनएन। शरीर से आपस में जुड़े जुड़वा बच्चों के ऑपरेशन की सफलता की उम्मीद बढ़ गई है। अब दूसरा बच्चा भी वेंटिलेटर से हट गया है। दोनों की हालत में लगातार सुधार हो रहा है। ऐसे में परिवारजन में भी खुशी है।
कुशीनगर निवासी दंपती के जुड़वा बच्चों की उम्र वर्षभर की हो गई थी। ऐसे में आपस में जुड़े दोनों के शरीर से पालन-पोषण मुश्किल होने लगा था।
केजीएमयू के डॉक्टरों ने सोमवार को ऑपरेशन किया। छह घंटे तक चले ऑपरेशन में बच्चों के चार जुड़े अंगों को अलग किया गया। इसमें बच्चों के शरीर में लोअर चेस्ट नाभि के हल्का नीचे तक जुड़ा था। ऐसे में जांच में सीने की निचली हड्डी (स्टर्नम का लोअर हिस्सा) काटकर दोनों का अलग किया गया। वहीं, दोनों में दिल अलग-अलग थे। मगर, दिल को कवर करने वाली झिल्ली पेरीकॉर्डियम एक में जुड़ी थी। उसे अलग किया गया। हालांकि, लिवर दोनों का एक ही मिला। ऐसे में लिवर की सर्जरी की गई। इसमें एक बच्चे में लिवर का लेफ्ट लोब व दूसरे में राइट लोब हो गया है। यह लिवर समय के साथ-साथ विकसित हो जाएगा। वहीं, पेट व चेस्ट को अलग करने वाली सांस की मसल्स (डायफ्राम) आपस में जुड़ी थीं। इन्हें भी काटकर अलग किया गया। ऑपरेशन कर दोनों बच्चों को वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया। इनमें से एक बच्चा मंगलवार सुबह ही वेंटिलेटर से हटा लिया गया था। दूसरी की हालत गड़बड़ चल रही थी। ऐसे में उसका इलाज पीडियाट्रिक आइसीयू में वेंटिलेटर पर ही चल रहा था। बुधवार को उसे भी वेंटिलेंटर से हटा लिया गया। बच्चों का इलाज बालरोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. शैली अवस्थी की टीम कर रही है।