Ayodhya News: दीपोत्सव के लिए सजने लगा रामलला का दरबार, फिर इतिहास रचने की तैयारी
Deepotsav in Ayodhya 23 सितंबर को अयोध्या दौरे के दौरान प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने जानकारी दी थी कि कोविड के चलते दीपोत्सव में भीड़ की अनुमति नहीं दी गई थी। इस बार भीड़ ज्यादा होगी। कोरिया सहित कई देशों के राजदूत भी रामनगरी आएंगे।
अयोध्या, संवाद सूत्र। अयोध्या में दीपोत्सव पर इतिहास रचने की तैयारी है। दीपोत्सव को देखते हुए रामजन्मभूमि परिसर को सजाने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में दीपोत्सव को भव्य बनाने की तैयारियां तेज कर दी गई हैं।
इसकी शुरुआत श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपतराय ने भगवान गणेश के के रेखाचित्र में रंग भर कर की। उन्होंने कूची से पेंटिंग की। परिसर को भव्य व दिव्य रूप से सजाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी अवध विश्वविद्यालय के जनसंपर्क अधिकारी आशीष कुमार मिश्र को सौंपी गई। रामनगरी में सात देशों की रामलीला का भी आयोजन हो रहा है। पिछले सालों की तुलना में इस बार भी योगी सरकार नया रिकार्ड बनाने की तैयारी में है।
गत वर्षों में भी यह जिम्मेदारी आशीष ही निभाते आये हैं। आशीष ने बताया कि गर्भगृह में भारतीय लोक कला, अवधी लोककला, बिहार की मधुबनी, राजस्थान की लघुचित्र कला शैली की पेंटिंग होगी। बताया कि डा. राधिका देवी, डा. हेमलता शुक्ला के नेतृत्व में यह कार्य होगा, जिसमें माही, प्रिया, चंदन, मानसी, माही मौर्या, प्रिया गुप्ता, अक्षिता सिंह सहयोगी होंगी।
दीपोत्सव में शामिल होंगे कई देशों के राजदूतः 23 सितंबर को अयोध्या दौरे के दौरान प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश मेश्राम ने जानकारी दी थी कि कोविड के चलते दीपोत्सव में भीड़ की अनुमति नहीं दी गई थी। इस बार भीड़ ज्यादा होगी। कोरिया सहित कई देशों के राजदूत भी रामनगरी आएंगे। इसलिए भीड़ नियंत्रण का बेहतर प्लान बनाने का निर्देश दिया गया। दीपोत्सव में लेजर शो, रामलीला, आतिशबाजी सहित अन्य आयोजन आकर्षण का केंद्र होंगे। ड्रोन शो को लेकर भी तैयारियां अंतिम चरण में है। विभिन्न देशों के राजदूत, सांस्कृतिक व साहित्यिक क्षेत्र के विशिष्ट लोगों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
21 प्रमुख मंदिर 4.50 लाख दीयों से होंगे रोशनः पर्यटन विभाग के मुताबिक, दीपोत्सव पर 14 लाख से ज्यादा दीये राम की पैड़ी में जलाए जाएंगे जबकि अयोध्या के प्रमुख 21 मंदिरों में 4.50 लाख दीये जलाए जाएंगे। ये दीये गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज नहीं किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राम जन्म भूमि पर 51 हजार, हनुमान गढ़ी पर 21 हजार दीये जलाए जाएंगे।
इसी तरह कनक भवन, गुप्तार घाट, दशरथ समाधि, राम जानकी मंदिर साहबगंज, देवकाली मंदिर, भरत कुंड (नंदी ग्राम) समेत प्रमुख मंदिरों में 21 हजार दीये जलाए जाएंगे। वहीं पूरे अयोध्या को रोशन करने के लिए सामाजिक संगठनों को भी दीये वितरित किए जाएंगे। उप निदेशक ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राम लीला होगी, जिसमें कई देशों के कलाकार भाग लेंगे। इसके साथ ही आतिशबाजी और लेजर शो भी होगा।