Lucknow Ramleela: 48 वर्षों से हो रही बीकेटी की रामलीला, सभी मुख्य किरदार निभा रहे मुस्लिम कलाकार
Muslim actress in Ramlila उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बख्शी का तालाब में करीब 48 वर्षों से हो रही रामलीला में मुस्लिम कलाकार किरदार निभाते आ रहे हैं। इस बार भी पांच अक्टूबर से मेले की शुरूआत होगी।
लखनऊ, (नीरज सिंह राठौर)। बख्शी का तालाब [बीकेटी] के दशहरा मेले में गंगा जमुनी तहजीब दिखती है। यहां की रामलीला में सबसे खास बात यह है कि करीब 48 वर्षों से इसमें मुस्लिम कलाकार भी रामलीला के किरदार निभाते आ रहे हैं। इस बार भी पांच अक्टूबर से मेले की शुरूआत होगी, जिसमें यहां के कलाकार अपनी अहम भूमिका निभाएंगे।
1972 में हुई थी शुरुआत
बख्शी का तलाब दशहरा मेले की शुरुआत वर्ष 1972 में हुई थी। रुदही सीतापुर रोड के किनारे स्थित त्रिपुर चंद्र बख्शी द्वारा बनवाये गये ऐतिहासिक तालाब के निकट दशहरा मेले का आयोजन होता आ रहा है। मेले का आयोजन तीन दिनों तक चलता है। क्षेत्र के दशहरा मेलो में बख्शी का तालाब (बीकेटी) की रामलीला का शुमार प्रमुख रामलीलाओं में होता है।
सभी मुख्य किरदार में मुस्लिम
मंच पर राम, लक्ष्मण, जानकी और रावण के पात्रों का किरादार मुस्लिम कलाकार शानदार ढंग से निभाते हैं। यहां रुदही, भोलापुरवा के कलाकार रामायण के पात्रों का किरदार निभाते हुए समा बांध देते हैं। करीब 49 वर्ष पहले इस दशहरा मेले का शुभारम्भ रुदही के ग्राम प्रधान मैकूलाल यादव और चिकित्सक मुजफ्फर द्वारा कराई गई थी।
इसके बाद इस मेले के आयोजन की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत और स्थानीय लोग उठाते आ रहे हैं। वर्ष 2009 में जब बीकेटी नगर पंचायत अपने आस्तित्व में आई तब से नगर पंचायत मेले का आयोजन कराती आ रही है
कोरोना काल में दो वर्ष नहीं लगा मेला
कोरोना काल में दो वर्ष मेला स्थगित रहा। रामलीला में राम की भूमिका सलमान खान, लक्ष्मण की अरबाज खान, जनक शेर खान और भरत मो.सरवर, रावण नशिम, मेघनाद साहिल और कौशल्या का किरदार सैयद जैदी निभाते आएं हैं। जबकि शाबिर खान भी करीब चार दशक से रामलीला का निर्देशन कर रहे हैं। नगर पंचायत चेयरमैन अरुण सिंह (गप्पू) ने बताया बीकेटी में तीन दिवसीय दशहरा मेला पांच से शुरू होगा और समापन सात अक्टूबर को होगा।
पहले दिन निकलती है शोभायात्रा
मेले के पहले दिन रामलीला मैदान से शोभा यात्रा निकलेगी फिर रामलीला मंचन होगा। दूसरे दिन गांव के हिन्दू-मुस्लिम कलाकार सीता स्वयंवर प्रसंग का मंचन करेंगे। मेले के तीसरे दिन सात अक्टूबर को रावण वध प्रसंग का मंचन होगा। शाम को रावण का वध एवं पुतला दहन होगा। मेले की दूसरी व तीसरी रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होंगे।