अयोध्या में राम मंदिर करोड़ों की आस्था से जुड़ा, चुनावी मुद्दा नहीं
राममंदिर करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा मुद्दा है। कोर्ट के जरिए जल्द इसके समाधान की कोशिश होगी। अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण शीघ्र होना चाहिए।
लखनऊ, जेएनएन। राममंदिर करोड़ों लोगों की आस्था से जुड़ा मुद्दा है। कोर्ट के जरिए जल्द इसके समाधान की कोशिश होगी। अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण शीघ्र होना चाहिए। कोर्ट के लगातार तारीख मिलने से हिंदू समाज आहत है। लोगों के धैय की भी एक सीमा होती है। 70 साल से रामलला कोर्ट से न्याय की आस लगाए बैठे हैं। संतों और सत्तारूढ़ दल के नेताओं में इस मसले को लेकर बेचैनी बढ़ रही है।
भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र हो
श्री राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और अयोध्या की मणिराम दास छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास ने कहा है कि श्रीराम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र होना चाहिए। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगातार तारीख देने से हिंदू समाज आहत है। हम शीर्ष कोर्ट का सम्मान करते हैं, पर चाहते हैं कि वह भी बहुसंख्यक वर्ग की भावनाओं का सम्मान करते हुए मामले पर शीघ्र निर्णय दे। नृत्य गोपाल दास ने कहा कि सब्र की भी एक सीमा होती है। 70 साल से रामलला कोर्ट से न्याय की आस लगाए बैठे हैं। करोड़ों राम भक्तों की आशा आज भी मोदी सरकार से जुड़ी हुई है। सरकार इस मामले का शीघ्र निस्तारण करे। यह शहीद रामभक्तों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी। ऐसा न होना हिंदुओं के साथ छल है। प्रयागराज कुंभ में आयोजित होने वाली धर्म संसद के निर्णय पर संत समाज पूरी तरह से अमल करेगा। उन्होंने मामले को लटकाने के लिए कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया।
राममंदिर चुनावी मुद्दा नहीं
प्रदेश सरकार के प्रवक्ता और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि राममंदिर चुनावी नहीं, आस्था का मुद्दा है। इससे करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सबूतों के आधार पर जो फैसला दिया है, उस आधार पर सुप्रीम कोर्ट में इस मसले के जल्द निर्णय के लिए पूरी कोशिश होगी। उन्होंने कहा कि भाजपा 2019 का लोकसभा चुनाव विकास के मुद्दे पर लड़ेगी, क्योंकि पार्टी का मूल उद्देश्य सिर्फ विकास है। दावा किया कि उनकी सरकार ने करप्शन फ्री गवर्नेंस दिया। भ्रष्टाचार देश की तरक्की में सबसे बड़ी बाधा रहा। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने इस चुनाव को धर्मयुद्ध बताया। कहा कि विपक्षी पार्टियां साम-दाम, दंड-भेद का सहारा ले रही हैं। इस बार बीजेपी का चुनावी मुद्दा राममंदिर न होने के सवाल पर कहा कि यह आस्था का विषय है, चुनावी मुद्दा नहीं।