Move to Jagran APP

45 दिन से ज्यादा नहीं कर पाएंगे रामजन्मभूमि सुरक्षा ड्यूटी

लखनऊ। अयोध्या के यलो एवं रेडजोन की सुरक्षा व्यवस्था की ओवरहॉलिंग शुरू हो चुकी है। आम

By Edited By: Published: Wed, 27 Nov 2013 01:31 AM (IST)Updated: Wed, 27 Nov 2013 02:23 AM (IST)
45 दिन से ज्यादा नहीं कर पाएंगे रामजन्मभूमि सुरक्षा ड्यूटी

लखनऊ। अयोध्या के यलो एवं रेडजोन की सुरक्षा व्यवस्था की ओवरहॉलिंग शुरू हो चुकी है। आमतौर पर रामजन्मभूमि (आरजेबी) सुरक्षा ड्यूटी कही जाने वाली रेड एवं यलो जोन की सुरक्षा में महीनों से डटे पुलिसकर्मियों को चिह्नित कर उन्हें हटाने की कवायद शुरू कर दी गई है। अब रामजन्मभूमि सुरक्षा के नाम पर कोई भी पुलिसकर्मी 45 दिन से ज्यादा ड्यूटी नहीं कर पाएंगे।

loksabha election banner

एसएसपी केबी सिंह ने मंगलवार को सभी थानों को आदेश जारी कर दिया है कि जिन पुलिसकर्मियों को आरजेबी सुरक्षा में लगाया गया है उन्हें तत्काल रवाना किया जाए। एसएसपी ने गत दिनों निरीक्षण करके यहां लंबे समय से तैनात पुलिसकर्मियों को हटाया था। पहले 70 और फिर 150 की संख्या में पुलिसकर्मी अब तक बदले जा चुके हैं। परिसर की सुरक्षा में ड्यूटी लगवाकर आठ घंटा काम करने के बाद खाली समय में टाइमपास करने वाले कुछ पुलिस कर्मियों की कार्य प्रणाली में सुधार लाने के लिए कप्तान की ओर से यह कदम उठाया गया है। सोमवार की रात एसपी सिटी ने भी यलो जोन की सुरक्षा संबंधी समीक्षा बैठक की थी। इसमें पुलिसकर्मियों की शिथिल कार्य शैली पर रोष व्यक्त किया गया था। बताया जाता है कि आरजेबी सुरक्षा में कुछ पुलिसकर्मी तो वर्षो से तैनात हैं। थाना-चौकियों में कानून-व्यवस्था का काम ज्यादा होने के कारण आमतौर पर यहां ड्यूटी लगवाना कुछ पुलिस कर्मियों की आदत बन चुकी है। तो कुछ पुलिसकर्मी यहां आना नहीं चाहते हैं। परिसर की सुरक्षा में सिर्फ इतना ही परिवर्तन नहीं बल्कि अब यहां ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को अपनी दिनभर की गतिविधियां रजिस्टर में दर्ज करनी होंगी। रजिस्टर में ड्यूटी के दौरान की गई वाहन चेकिंग, पकड़े गए संदिग्ध व अन्य गतिविधियों को अंकित करना होगा, जिसकी समीक्षा अधिकारियों द्वारा की जाएगी।

------------------------

मोबाइल पर ताजा खबरें, फोटो, वीडियो व लाइव स्कोर देखने के लिए जाएं m.jagran.com पर


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.