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कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष राज बब्बर ने एसिड अटैक पीडि़ताओं से कहा, हम आपके साथ हैं

शीरोज हैंगआउट पहुंच कर पीडि़त लड़कियों से मिले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्‍बर। बोले, महिला बाल विकास विभाग तक पहुंचाएंगे इनकी पीड़ा।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Mon, 01 Oct 2018 07:59 PM (IST)Updated: Mon, 01 Oct 2018 08:45 PM (IST)
कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष राज बब्बर ने एसिड अटैक पीडि़ताओं से कहा, हम आपके साथ हैं
कांग्रेस प्रदेश अध्‍यक्ष राज बब्बर ने एसिड अटैक पीडि़ताओं से कहा, हम आपके साथ हैं

लखनऊ, जागरण संवाददाता। रोजगार खोने की आशंका से बेहाल शीरोज हैंडआउट में काम करने वाली एसिड पीडि़ताओं को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर का साथ मिला है। राज बब्बर सोमवार की दोपहर गोमती नगर में सामाजिक परिवर्तन स्थल के सामने स्थित शीरोज हैंगआउट पहुंचे। यहां उन्होंने लड़कियों से मुलाकात कर उनकी हिम्मत बढ़ाई। उनके साथ चाय पी और कहा कि वे चिंता न करें। उनकी बात को वे बहुत ऊपर तक पहुंचाएंगे ताकि शीरोज हैंगआउट जिस परिसर में है, उसको वापस न लिया जाए।

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राज बब्बर ने यहां दोपहर करीब दो बजे पहुंच कर महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ हुए विवाद की जानकारी ली। उन्होंने कई एसिड अटैक सरवाइवर्स से बातचीत की। उनकी कहानी सुनी और कहा कि ये प्रकरण बहुत संवेदनशील है। इन लड़कियों की आजीविका का ये एकमात्र सहारा है, जो कि छीनना उचित नहीं लगता है। उन्होंने कहा कि वे हर संभव स्तर तक मदद करेंगे ताकि शीरोज हैंगआउट बंद न हो। छांव फाउंडेशन के निदेशक आशीष ने बताया कि राज बब्बर ने लड़कियों के साथ सेल्फी खिंचवाई।

यह है मामला
शीरोज हैंगआउट में काम कर रहीं 12 एसिड सर्ववाइवर लड़कियां इन दिनों अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। अखिलेश सरकार के समय में शीरोज हैंगआउट की जगह पीडि़ताओं के रोजगार सृजन के लिए छांव फाउंडेशन को दी गई थी। यह जगह स्मारक संरक्षण समिति के जरिये एलडीए के पास थी और इसे 11 हजार रुपये सालाना के लीज रेंट पर महिला एवं बाल विकास विभाग को आवंटित किया गया था। पिछले करीब चार महीने से शीरोज हैंगआउट चलाने वाली संस्था पर गड़बडिय़ों के  आरोप लग रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग ने हाल ही में एलडीए उपाध्यक्ष को एक पत्र लिख कर कहा कि ये जगह वापस ले ली जाए। इससे लड़कियों को अपने रोजगार की चिंता सता रही है। वहीं छांव फाउंडेशन के निदेशक आशीष बताते हैं हम केवल लड़कियों के लिए रोजगार सृजन कर रहे हैं और जागरूकता का काम करते हैं। गड़बड़ी की आशंका जिसको भी है, आए हम एक-एक कागज खोल कर दिखा देंगे। ऐसा कुछ भी नहीं है।


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