मूंछे बढ़ाओ और इनाम पाओ, एडीजी पीएसी ने अधीनस्थों को दिया निर्देश
मूंछे हो तो नत्थू लाल जैसी...वर्ना न हो। शराबी फिल्म का यह सुपरहिट डायलॉग पुलिस के लिए सटीक है। पुलिसकर्मियों में बड़ी मूंछ रखने और ऐसे जवानों को प्रोत्साहित करने की परंपरा रही है।
लखनऊ, जेएनएन। मूंछे हो तो नत्थू लाल जैसी...वर्ना न हो। शराबी फिल्म का यह सुपरहिट डायलॉग पुलिस के लिए सटीक है। पुलिसकर्मियों में घनी व बड़ी मूंछ रखने और ऐसे जवानों को प्रोत्साहित करने की परंपरा रही है। यूपी पुलिस में इन दिनों रौबदार मूंछ रखने वाले पुलिसकर्मियों के रोल मॉडल एडीजी मेरठ जोन प्रशांत कुमार हैं, जिन्होंने कुछ अलग अंदाज में अपनी मूंछे लंबी की हैं। बीते दिनों मेरठ जोन में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ के बाद सुर्खियों में आये एडीजी प्रशांत कुमार की मूंछ व हैट वाली तस्वीर कई मैगजीन के कवर पेज पर प्रकाशित भी हो चुकी हैं। ऐसे कई अन्य अधिकारी भी अपनी घनी मूंछों के लिए पहचाने जाते रहे हैं।
यूपी पीएसी में अब शानदार मूंछे रखने वाले जवानों को 250 रुपये तक प्रोत्साहन राशि दिये जाने का निर्णय लिया गया है। एडीजी पीएसी बिनोद कुमार सिंह ने सर्कुलर जारी कर सभी पीएसी वाहिनियों में ऐसे जवानों को चिह्नित कर उन्हें प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि दिये जाने का निर्देश दिया है। एडीजी पीएसी ने बताया कि कुंभ मेला में पीएसी के ऐसे कई जवान ड्यूटी कर रहे हैं, जिन्होंने रौबदार मूंछे रख रखीं हैं। उन्होंने पीएसी में ऐसे सभी जवानों को प्रोत्साहित करने के लिए अब 250 रुपये तक प्रतिमाह प्रोत्साहन राशि दिये जाने का निर्णय लिया है, ताकि पीएसी के जवानों का मनोबल बढ़े।
जल्द अलग मद भी निर्धारित किया जायेगा
एडीजी पीएसी का कहना है कि इसके लिए जल्द अलग मद भी निर्धारित किया जायेगा। तभी सभी वाहिनियों में समान रूप से जवानों को प्रोत्साहन राशि का वितरण हो सके। उन्होंने सभी कमांडेंट को ऐसे जवानों को सूचीबद्ध कर अपने स्तर से उनके लिए प्रोत्साहन राशि तय करने व उसका वितरण कराने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय है कि इन दिनों पुलिस में रौबदार मंूछ वाले जवान कम नजर आते हैं। ऐसे जवानों को प्रोत्साहन राशि दिये जाने का चलन भी कम हुआ है।
मेट्रो की सुरक्षा में पीएसी के मददगार होंगे निजी गार्ड
एडीजी पीएसी ने बताया कि लखनऊ व नोएडा में मेट्रो की सुरक्षा-व्यवस्था में पीएसी के जवानों के साथ निजी गार्डों को भी लगाया जायेगा। गार्ड जवानों के सहयोग के लिए होंगे। इसका प्लान तैयार किया जा रहा है। निजी गार्ड यात्रियों की लाइन व्यवस्थित कराने, यात्रियों की मदद जैसे कामों में लगाये जायेंगे। सुरक्षा व व्यवस्था से जुड़े मुख्य कार्य पीएसी के अधिकारी व जवानों के हवाले ही होंगे। इसके साथ ही पीएसी के जवानों के प्रशिक्षण की भी विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जा रही है। खासकर री-ट्रेनिंग का शेड्यूल तैयार कराया जा रहा है। जल्द नई भर्ती के रिक्रूट के ट्रेनिंग पूरी कर आने पर पीएसी की नई कंपनियां वजूद में आयेंगी।