उत्तर प्रदेश में नदियों ने धारण किया रौद्र रूप, शुक्रवार से बारिश थमने की उम्मीद
उप्र में पानी नहीं आफत बरस रही है। नदियों के विकराल रूप धारण करने से विभिन्न स्थानों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। उप्र में पानी नहीं आफत बरस रही है। नदियों के विकराल रूप धारण करने से विभिन्न स्थानों में बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। रह-रहकर हुई बारिश के कारण मकान गिरने से जानमाल का नुकसान नहीं थम रहा। उधर, तटवर्ती क्षेत्रों में कटान जारी है, जिससे लोग दहशत में हैं। हालांकि कई दिनों से जारी बारिश शुक्रवार से थमने वाली है लेकिन बादल छाए रहेंगे।
बुंदेलखंड व मध्य उत्तर प्रदेश के जिलों में बुधवार को भी सुबह रिमझिम होती रही। फतेहपुर में दीवार और पेड़ गिरने से दबकर वृद्धा समेत दो लोग घायल हो गए। बांदा, कन्नौज व महोबा में कई स्थानों पर मकान गिर गए। चित्रकूट में रेलवे के अंडरपास पर जलजमाव हो गया। कानपुर नगर में हूलागंज में दो मंजिला मकान का आधा हिस्सा ढह गया। नजीराबाद और माल रोड पर भी सड़क धंस गई। बुधवार को 25.5 मिमी. बारिश रिकॉर्ड की गई। फर्रुखाबाद में गंगा लाल निशान तक पहुंच गया। कन्नौज में पांडु नदी उफान पर हैं। तटवर्ती गांवों के ग्रामीण पलायन करने को मजबूर हैं। फतेहपुर में गंगा, इटावा में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। फतेहपुर में कई गांवों में गंगा का पानी घुसने की खबरें हैं। बांदा में केन नदी, जालौन में यमुना और बेतवा का जलस्तर खतरे के निशान के नीचे हैं। कानपुर देहात में बगुलाही के पास जलभराव के चलते कानपुर-बेला मार्ग पर तीसरे दिन भी ग्रामीणों ने जाम लगा हंगामा किया। यमुना और सेंगुर नदी के संगमस्थल क्योटरा व चपरघटा के आसपास रास्तों में पानी भरने से आवागमन अवरुद्ध है। संगमनगरी इलाहाबाद में बुधवार को बारिश का क्रम जारी रहा। 31 मिमी. बारिश रिकार्ड की गई। पूर्वांचल में बुधवार को भी रह रहकर बारिश जारी रही। कई जिलों में कच्चे घर गिरने की घटनाएं हुईं। मऊ में घाघरा लाल निशान से ऊपर बह रही है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। गाजीपुर, बलिया में गंगा के उफान से जहां चिंता है वहीं आजमगढ़, बलिया व मऊ में घाघरा तेजी से कटान कर रही है।
बाराबंकी में दीवार के मलबे में दबकर एक की मौत हो गई। लखीमपुर के पलिया क्षेत्र में राणा प्रताप नगर और मझगईं क्षेत्र के नयापुरवा में शारदा नदी की विनाश लीला शुरू हो गई है। बहराइच के कायमपुर बेलहा-बेहरौली तटबंध संपर्क मार्ग पर बाढ़ का पानी भरा हुआ है। गोंडा में घाघरा, अयोध्या में सरयू खतरे के निशान के पास हैं। रायबरेली में बारिश में महाराजगंज, बछरावां में दो, डलमऊ में छह, ऊंचाहार में 1 व सरेनी में एक घर गिर गया। महाराजगंज में एक वृद्ध तथा ऊंचाहार में तीन बच्चे घरगिरी की घटना में घायल हो गए। महाराजगंज के डलमऊ में गंगा, श्रावस्ती, बलरामपुर में राप्ती का जल स्तर बढऩे से तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीणों की धड़कनें बढ़ गई हैं। गौरा-तुलसीपुर मार्ग स्थित दतरंगवा व भुसैलवा डिप पर पानी का बहाव तेज होने से इस मार्ग पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया है।
पश्चिमी उप्र के मुरादाबाद में रामगंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। रामपुर के मसवासी में तीन मकान गिर गए। अलीगढ़ में बुधवार को फिर मौसम गर्म हो गया। आगरा, मथुरा में यमुना उफन गई है। 195 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। फीरोजाबाद में बारिश के चलते जसराना में दीवार ढहने से नसूलपुर सजैती में महिला की मौत हो गई। कासगंज में गंगा का पानी सोरों, पटियाली क्षेत्र के कई गांवों में जा घुसा।
जुलाई में बारिश से 148 मौत
जुलाई माह में मूसलाधार बारिश से 148 लोगों की मौत हुई है। सर्वाधिक 11 मौत सहारनपुर में जबकि मेरठ में नौ, आगरा एवं कानपुर देहात में आठ-आठ सोनभद्र में सात, ललितपुर और मुजफ्फरनगर में भी पांच-पांच व्यक्तियों की मौत हुई है। इसके अलावा घर गिरने से 122 लोग घायल हुए हैं। 1185 कच्चे-पकान मकान भी गिरे हैं। राहत आयुक्त ने द्वारा किया है कि पीडि़तों में से अधिकांश को राहत सहायता उपलब्ध करायी जा चुकी है।
कल से थमेगी बारिश की रफ्तार
बीते कई दिनों से हो रही बारिश का सिलसिला शुक्रवार से थमने की उम्मीद है। हालांकि गुरुवार को राजधानी सहित पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बादल छाए रहेंगे। मौसम विभाग ने पूर्वी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना व्यक्त की है। राजधानी में भी बौछारें पड़ सकती हैं।