Railway News Update : मेमू ट्रेनें चलाने के लिए आलमनगर स्टेशन पर होगा प्रदर्शन
Railway News Update 25 दिसंबर को शामिल होंगे दैनिक यात्री और स्थानीय निवासी। लखनऊ से जुड़े जिलों के 20 हजार दैनिक यात्री हो रहे प्रभावित। लखनऊ से कानपुर के बीच 11 जोड़ी मेमू के अलावा इसकी सर्विस लखनऊ से बाराबंकी और सुलतानपुर व शाहजहांपुर तक है।
लखनऊ, जेएनएन। Railway News Update : कम किराए में तेज सफर कराने वाली मेमू ट्रेन सेवाओं को फिर से पटरी पर लाने के लिए आलमनगर स्टेशन पर एक बार फिर बड़े प्रदर्शन की तैयारी है। उत्तर प्रदेश जन कल्याण समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में दैनिक यात्री और राजाजीपुरम के स्थानीय निवासी 25 दिसंबर को आलमनगर स्टेशन का घेराव करेंगे। इससे पहले समिति के विरोध प्रदर्शन पर ही जलालपुर क्रासिंग पर अंडरपास का निर्माण किया गया था।
लखनऊ से कानपुर के बीच 11 जोड़ी मेमू के अलावा इसकी सर्विस लखनऊ से बाराबंकी और सुलतानपुर व शाहजहांपुर तक है। कोरोना काल में रेलवे ने जहां मेमू ट्रेनों को भी बंद कर दिया है। वहीं एक दर्जन पैसेंजर ट्रेनें तीन साल से नहीं चल रही हैं। ऐसे में यात्रियों को महंगा किराया देकर सफर करना पड़ रहा है। समिति के अध्यक्ष शिवाकांत त्रिपाठी बताते हैं कि कोरोना के नाम पर जिन ट्रेनों को चलाया जा रहा है। वह मध्यम और निम्न वर्गीय परिवार का बजट बिगाड़ रही हैं।
आसपास के जिलों के स्टेशनों तक कम दूरी के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन नहीं मिलता है। जबकि पूजा स्पेशल ट्रेनों में तो न्यूनतम 500 किलोमीटर दूरी का किराया तत्काल चार्ज के साथ देना पड़ता है। मुंबई सहित कई शहरों में लोकल व पैसेंजर ट्रेनों की शुरुआत हो गई है। अब तक लखनऊ इसे शुरू नही कर सका। इन ट्रेनों से रोजाना 20 हजार दैनिक यात्रियों का लखनऊ तक आना जाना है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली किराये में 50 फीसद तक की रियायत भी रेलवे नहीं दे रहा है। आलमनगर और मानकनगर स्टेशन का सुंदरीकरण बहुत धीमी गति से हो रहा है। आलमनगर को सेटेलाइट स्टेशन बनाने के लिए महीनों पहले जमीन की खोदाई कर दी गई। निर्माण अब तक शुरू न हुआ।