Indian Railway: लोको पायलट और गार्ड को नही मिल रहे कम्बल, दर्ज हुई शिकायत
लखनऊ में कोविड 19 के कारण बंद चल रही ट्रेनों को शुरू करने के आदेश तो दे दिए गए हैं। लेकिन यात्रियो को सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाने वाले लोको पायलट और गार्ड को अब तक सर्दी से बचने के इंतजाम नही किये गए हैं।
लखनऊ, जेएनएन। कोविड 19 के कारण बंद चल रही ट्रेनों को शुरू करने के आदेश तो दे दिए गए हैं। लेकिन यात्रियो को सुरक्षित मंजिल तक पहुंचाने वाले लोको पायलट और गार्ड को अब तक सर्दी से बचने के इंतजाम नही किये गए हैं। दरअसल रेलवे बोर्ड ने ट्रेन ड्राइवर, गार्ड और टीटीई को रनिंग रूम में कोरोना से बचने के लिए दो बार दिशा निर्देश जारी किए। पहले बोर्ड ने आदेश दिए कि रनिंग रूम में हवा से बचने के लिए दरवाजो को ठीक कर पर्याप्त संख्या में हीटर की व्यवस्था की जाएगी।
इसके बाद बोर्ड ने दूसरा आदेश दिया कि रनिंग रूम में कम्बल पर नई चादर, तकिया कवर और बेडशीट का उपयोग किया जाएगा। हालांकि रनिंग रूम में लोको पायलट, गार्ड और टीटीई के तकिया कवर और चादर दिए जा रहे हैं लेकिन उनको कम्बल की उपलब्धता अब भी नही हो पा रही है। लोको पायलट, गार्ड और टीटीई सर्दी में ठिठुर रहे हैं। उत्तर रेलवे लखनऊ मण्डल में करीब 700 गार्ड और एक हजार लोको पायलट हैं। लखनऊ में 90 बिस्तरों वाला मेन रनिंग रूम है। इसके अलावा यार्ड, आलमनगर के बाद सुलतानपुर, वाराणसी, मुगलसराय, प्रतापगढ़, प्रयाग संगम, फैजाबाद, शाहगंज और जौनपुर रनिंग रूम में भी नवंबर की सर्दी में गार्ड, लोको पायलट ठिठुर रहे हैं। फैजाबाद में एक साथ 10 लोको पायलटो ने इसकी शिकायत भी दर्ज कराई है। उत्तरीय रेलवे मजदूर यूनियन के मण्डलमंत्री रवि भूषण सिन्हा और सचिव एमके मेहरोत्रा ने डीआरएम को पत्र लिखकर तत्काल कम्बल और हीटर की उपलब्धता की मांग की है।