यात्रियों को मिलेगी ट्रेनों की सटीक लोकेशन, इसरो ने की यह तैयारी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के गगन जियो पोजीशनिंग सिस्टम के माध्यम से ट्रेनों के आगमन, प्रस्थान आदि की जानकारी यात्रियों को आसानी से मिल सकेगी।
लखनऊ, (निशांत यादव)। यात्रियों को अब ट्रेनों की सही लोकेशन न मिलने के कारण होने वाली परेशानियों से निजात मिल जाएगी। वह अब ट्रेनों की रियल टाइम पोजीशन जान सकेंगे। रेलवे ने अपने इंजनों में आधुनिक जीपीएस प्रणाली लगाने का काम शुरू कर दिया है। जो कि सीधे इसरो के सेटेलाइट से जुड़कर सटीक लोकेशन बताएगा। देश के चुनिंदा रूटों में लखनऊ को भी शामिल किया गया है।
रेलवे ने अपने इंजन को इसरो के उपग्रह से जोड़ दिया है, जिससे उपग्रहों से मिली जानकारी से ट्रेन के आगमन और प्रस्थान की सूचना लेना आसान हो जाएगा। इसके तहत ट्रेन के आने की सूचना कंट्रोल चार्ट में दर्ज करने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बनाए गए गगन जियो पोजीशनिंग सिस्टम का उपयोग किया जाएगा। इस सिस्टम से ट्रेन के आगमन, प्रस्थान, तय की गई दूरी, निर्धारित ठहराव और सेक्शन के बीच की ताजा जानकारी इसरो के एस-बैंड मोबाइल सेटेलाइट सर्विस (एमएसएस) से सेंट्रल लोकेशन सर्वर को मिलेगी।
यह है तैयारी
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल ने अपने इंजनों में अपग्रेडेशन करना शुरू कर दिया है। डीजल शेड और लोको वर्कशॉप में इंजनों में यह सिस्टम लगाए जा रहे हैं। लखनऊ में डीजल और इलेक्ट्रिक इंजन दोनो ही दौड़ते हैं। लिहाजा चरणबद्ध तरीके से दोनो इंजन अपग्रेड होंगे।