दर्ज हुए 28 रेलकर्मियों के बयान, प्वाइंट बॉक्स की जांच भी की गई
न्यू फरक्का हादसा, डाटा लॉगर की रिपोर्ट से किया गया मिलान।
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। रायबरेली के हरचंदपुर में बुधवार को हुए न्यू फरक्का एक्सप्रेस हादसे की जांच के दूसरे दिन कुल 28 रेलकर्मियों के बयान दर्ज किए गए। मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त एसके पाठक और उनकी टीम ने उस प्वाइंट बॉक्स की भी जांच की जिसमें सही सिग्नल देने के बावजूद गलत लाइन सेट हो गई थी। देर शाम उन्होंने डाटा लॉगर की भी जांच की।
बुधवार को सुबह 6:04 बजे माल्दा टाउन से नई दिल्ली आ रही टे्रन 14003 न्यू फरक्का एक्सप्रेस हरचंदपुर स्टेशन के पास हादसे का शिकार हो गई थी। इस ट्रेन को सिग्नल मेन लाइन का मिला था, जबकि ट्रेन लूप लाइन पर आ गई थी। हादसे से जुड़े 28 रेलकर्मियों का बयान दर्ज करने के लिए उनको डीआरएम आफिस बुलाया गया था। पहले दिन शुक्रवार को देर रात तक न्यू फरक्का एक्सप्रेस के लोको पायलट और सहायक लोको पायलट सहित 10 कर्मचारियों के बयान दर्ज किए गए थे। जबकि बचे हुए 18 रेलकर्मियों का बयान शनिवार को दर्ज हुआ। रेलवे के सिग्नल अनुभाग की गलती अब तक सामने आ रही है। लिहाजा हरचंदपुर स्टेशन पर लगा प्वाइंट बॉक्स निकालकर यहां लाया गया। प्वाइंट बॉक्स की मशीन की सील टूटी हुई मिली। जबकि प्वाइंट शिफ्टिंग करने वाला उपकरण भी फंसी हुई अवस्था में मिला। सीसीआरएस ने इसकी जांच की। कर्मचारियों के बयान के आधार पर डाटा लॉगर को भी देखा। डाटा लॉगर में ही सिग्नल प्वाइंट से जुड़ी हर गतिविधि दर्ज होती है। डाटा लॉगर की रिपोर्ट के आधार पर ही सीसीआरएस की प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार होगी।