जिंदगी और मौत से जूझ रहा युवक, रायबरेली में दोस्तों ने खूब पिलाई शराब और चाकू से गला रेत मृत समझकर भागे
बाइक सवार दो साथियों ने युवक को घर से सूनसान स्थान पर ले जाकर बांस की कोठी के पास पहले बैठाकर शराब पिलाई। फिर चाकू से गला रेत कर उसकी हत्या करने की कोशिश की। जिसके बाद युवक को मृत समझकर आरोपित उसे छोड़ मौके से फरार हो गए।
रायबरेली, जागरण संवाददाता। बाइक सवार दो साथियों ने युवक को घर से सूनसान स्थान पर ले जाकर बांस की कोठी के पास पहले बैठाकर शराब पिलाई। फिर चाकू से गला रेत कर उसकी हत्या करने की कोशिश की। जिसके बाद युवक को मृत समझकर आरोपित उसे छोड़ मौके से फरार हो गए। होश आने पर खून से लथपथ कटा हुआ गला लेकर युवक करीब तीन सौ मीटर दूर तक किसी तरह अपने घर पहुंचा। उसकी गंभीर हालत देख परिजन उसे सीएचसी ले गए। जहां से जिला अस्पताल फिर लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। सूचना पर पहुंची ऊंचाहार कोतवाली पुलिस घटना की जांच में जुटी है।
शनिवार की रात करीब 11 बजे हटवा गांव निवासी लाल बहादुर अपने दरवाजे पर सो रहा था। इसी बीच उसके कुछ दोस्त चारपाई के पास आए और जगाकर अपने साथ घर से करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर बांस की कोठी के पास सुनसान स्थान पर ले गए। जहां उसे बैठा कर पहले खूब शराब पिलाई। फिर दोनों युवकों ने मिलकर चाकू से उसका गला रेत दिया और मृत समझकर उसे छोड़ मौके से भाग गए।
काफी देर बाद जब लाल बहादुर को चेतना आई तो वह खून से लथपथ कटा गला लिए खून गिरते हुए किसी तरह अपने घर पहुंचा और घर के बाहर सो रहे अपने भाइयों के ऊपर गिर पड़ा। उसकी यह दशा देखकर पूरे परिवार में कोहराम मच गया। भाई उसे आनन-फानन में सीएचसी ले गए। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे जिला अस्पताल फिर लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। जहां उसका इलाज चल रहा है। अभी भी उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। कोतवाल शिव शंकर सिंह ने बताया कि सूचना के आधार पर घटना की जांच कर हमलावरों का पता लगाया जा रहा है।
घटनास्थल पर मिली शराब की खाली बोतलें व डिस्पोजल गिलास : घर से करीब तीन सौ मीटर की दूरी पर बांस की कोठी के पास युवक की धारदार हथियार से गला रेता गया था। जहां शराब की खाली बोतलें, डिस्पोजल गिलास व युवक की चप्पलें पड़ी हुई थी। जमीन पर काफी खून भी बिखरा हुआ था। मौके की स्थिति देखकर सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि युवक की पहले हमलावरों से भिड़ंत हुई है। जिसके बाद दोनों ने उसका चाकू से गला रेता था। पुलिस को हमलावरों की अभी कोई सुराग नहीं लगी है। जिनके बारे में पीड़ित युवक ही जानता है, जो अचेता अवस्था में लखनऊ स्थित ट्रामा सेंटर में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है।
बाइक से आए थे हमलावर : युवक का गला रेतने वालों के बारे में परिवार जनों को कोई जानकारी नहीं है। पिता जगदीश का कहना है कि बाइक से दो युवक आए थे और लाल बहादुर को बुलाकर अपने साथ ले गए थे। इसके बाद सभी दरवाजे पर चारपाई बिछाकर सो गए थे। उसके काफी देर बाद कटे हुए गले के साथ खून से लथपथ बेटा उनके पास पहुंचा था। उसे तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था।