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अंडे बचाने के लिए अजगर ने किया मोरनी काे शिकार, बचा नहीं सके ग्रामीण

सीतापुर के संदना थाना क्षेत्र में एक अजगर ने किया मोरनी का शिकार पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया शव।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Wed, 24 Jun 2020 03:32 PM (IST)Updated: Wed, 24 Jun 2020 03:32 PM (IST)
अंडे बचाने के लिए अजगर ने किया मोरनी काे शिकार, बचा नहीं सके ग्रामीण
अंडे बचाने के लिए अजगर ने किया मोरनी काे शिकार, बचा नहीं सके ग्रामीण

सीतापुर, जेएनएन। संदना थाना क्षेत्र के रसूलागंज गांव में बुधवार की सुबह एक अजगर ने मोरनी को शिकार बना लिया। सुबह ग्रामीण खेतों की तरफ जा रहे थे, तभी गांव के बाहर बाग किनारे एक 10 फिट लंबा अजगर दिखा। अजगर एक माेरनी को दबोचे हुए था। शोर गुल पर अन्य लोग भी एकत्र हो गए। ग्रामीणों ने डंडे की सहायता से मोरनी को किसी तरह छुड़ाया, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने सूचना वन विभाग को दी। वन रेंजर सुनील त्रिपाठी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वन रेंजर ने बताया कि माेरनी को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। अजगर को पकड़कर वन विभाग के जंगल में छोड़ा गया है।

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अंडे बचाने में गई जान

जहां पर अजगर मिला वहां पास ही मोरनी के चार अंडे रखे थे। संभवत: अजगर से अंडों की रक्षा करने में ही मोरनी की जान चली गई। अन्यथा मोरनी अजगर के चंगुल में न फंसती।

अक्सर निकलते रहते हैं अजगर

क्षेत्र में अक्सर अजगर निकलते रहते हैं। पिछले महीनों में क्षेत्र के ककरघटा, कोरौना, तेरवा, गंगापुर में भी अजगर निकले थे। ग्रामीणों की सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे थे और अजगर को पकड़कर जंगल में छोड़ा था।

नदी, जंगल व बलुई मिट्टी बनी ठिकाना

वन रेंजर के मुताबिक क्षेत्र से होकर गोमती नदी निकली है। जंगल, झाड़ियां भी बड़े पैमाने पर हैं। बलुई मिट्टी बहुतायत में है। अजगर अधिकतर ऐसे स्थानों पर ही ज्यादा निकलते हैं। बलुई मिट्टी में यह आसानी से अपना ठिकाना बना लेते हैं।


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