लखनऊ [नीरज मिश्र]। स्टाक लिमिट पर रोक न होने का परिणाम है कि तेल बाजार लगातार गर्म है। भाव चढ़ता देख न केवल जमाखोर सक्रिय हैं, बल्कि किसान भी अब सरसों को रोकने में अपनी भलाई समझ रहे हैं। यही वजह है कि फसल होने के बाद भी तेल का लगातार दाम बढ़ रहा है। वहीं आयात पर रोक होने के कारण रिफाइंड आयल भी पीछे नहीं है।
उधर, निर्यात शुरू होने का असर दलहन बाजार पर पड़ा है। मात्र 15 दिनों में ही दलहन का बाजार टूटता नजर आ रहा है। अरहर, उड़द और मूंग की दाल के भाव में बड़ी गिरावट दर्ज की गई है। जहां थोक मंडी में पुखराज प्रीमियम अरहर दाल मई की शुरुआत में 10,100 रुपये क्विटल तक पहुंच गई थी, वह अब घटकर 9,400 रुपये क्विटल हो गई है। फुटकर मंडी में भी दाल की कीमत घटकर 100-105 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
थोक मंडी (कीमत रुपये प्रति टिन/15 लीटर)
- तेल- अप्रैल-मई (शुरुआत) -अब
- रिफाइंड आयल-2,150- 2,350-2,400
- सरसों का तेल-1,950-2,350 -2,550
फुटकर मंडी (कीमत रुपये प्रति लीटर)
तेल--अप्रैल-मई (शुरुआत)-अब
- रिफाइंड आयल-150-160-165
- सरसों का तेल-145-170-180 से 190
आयल मिल के मालिक एवं सरसों तेल के थोक कारोबारी कैलाश अग्रवाल ने बताया कि कोरोना काल में सरसों के तेल की डिमांड में अंतर आया है। स्टाक लिमिट न होने से बड़े स्तर पर जमाखोर सक्रिय हैं। तेजी देख किसान भी फसल रोक रहे हैं। इससे कीमतें चढ़ी हैं।
डालीगंज मार्केट के थोक कारोबारी अभय अग्रवाल ने बताया कि अगले हफ्ते कीमतों में सुधार आने की संभावना है। कोरोना काल में सरसों के तेल की मांग बढऩे से इसके भाव में तेजी बरकरार है। वहीं रिफाइंड आयल भी अभी आमजनों की पहुंच के भीतर नहीं आया है।
दालों का भाव
थोक बाजार: (भाव रुपये प्रति क्विटल)
- दाल- अप्रैल-मई (शुरुआत) -अब
- अरहर पुखराज प्रीमियम-10,100- 9,800-9,400
- सूरजमुखी-9,650- 9,550 -9,200
- डायमंड-7,750-7,500 -7,300
- माधुरी- 7,600-7,400 -7,100
- मूंग साबुत-9,100 -9,000 -8,800
- मूंग धुली- 9,800 -9,750 -9,200
- उड़द काली-8,550 -8,450 -8,000
- उड़द हरी-12,000-11,900 -11,800
- फुटकर बाजार: (कीमत रुपये प्रति किलो)
दाल-अप्रैल -मई (शुरुआत)-अब
- पुखराज प्रीमियम-110 से 115 -108 से 110 -102 से 105
- सूरजमुखी-103 से 105 -100 से 102 -98 से 100
- डायमंड छिलके वाली-85 से 86 -82 से 83 -80 से 82
- माधुरी-80 -78 -75
- मूंग साबूत-100 -96 -95
- मूंग धुली- 105 -100 -98 से 100
- उड़द काली-90 -94 - 88
- उड़द हरी -130-132 -135
लखनऊ दाल मिलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भारत भूषण गुप्ता ने बताया कि आयात खुले एक पखवारा भी नहीं बीता है, दलहन बाजार पर इसका असर दिखने लगा है। लंबे समय बाद दलहन बाजार टूटा है। करीब सात रुपये प्रति किलो का अंतर आया है।
लखनऊ व्यापार मंडल के आढ़ती पांडेयगंज एवं अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि आयात खुलते ही दालों का भाव नीचे आ गया है। मंडी में सात से आठ रुपये किलो का अंतर आया है। पुखराज प्रीमियम, सूरजमुखी, डायमंड, माधुरी, मूंग, उड़द समेत सभी दालों में अंतर दिखा है।
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