सार्वजनिक उपक्रमों ने दिये 92 हजार करोड़ के निवेश प्रस्ताव, एमओयू पर हस्ताक्षर
दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर डवलपमेंट कारपोरेशन (डीएमआइसीडीसी) ने भी पांच हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया है।
लखनऊ (जेएनएन)। इन्वेस्टर्स समिट में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम भी करीब 92 हजार करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेंगे। अब तक 10 उपक्रम प्रदेश सरकार के साथ एमओयू कर चुके हैं। इनमें सबसे अधिक 35 हजार करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव अमृतसर कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरीडोर डवलपमेंट कारपोरेशन (एकेआइसीडीसी) ने दिया है। साथ ही टिहरी हाइड्रो डवलपमेंट कारपोरेशन इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीडीसी) ने भी 12 हजार करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया है।
प्रदेश सरकार को इन्वेस्टर्स समिट में सार्वजनिक क्षेत्र व संयुक्त उपक्रम से निवेश की बहुत उम्मीदें हैं। यह ऐसा सेक्टर है जिसमें सरकार ने काफी पहले से फोकस कर रखा है। इसी के तहत मंगलवार तक सरकार के पास 10 बड़ी कंपनियों के यूपी में निवेश के प्रस्ताव आ गए हैं। इनमें डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर कारपोरेशन ऑफ इंडिया (डीएफसीसीआइएल) कानपुर के पास 15600 करोड़ रुपये का लॉजिस्टिक पार्क बनाने का प्रस्ताव दिया है। दिल्ली मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरीडोर डवलपमेंट कारपोरेशन (डीएमआइसीडीसी) ने भी पांच हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव दिया है। साथ ही गेल, एचपीसीएल, इंडियन ऑयल, इफको, बीएचईएल आदि कंपनियों ने निवेश के लिए एमओयू किए हैं।
इन पीएसयू के आए निवेश प्रस्ताव
पीएसयू निवेश (करोड़ रु. में)
एकेआइसीडीसी 35,000
डीएफसीसीआइएल 15,600
बीएचईएल 12,000
टीएचडीसीआइएल 12,000
मथुरा रिफाइंड का विस्तारीकरण 8,700
डीएमआइसीडीसी 5,000
गेल विस्तारीकरण 12,00
इंडियन ऑयल 1500
एचपीसीएल 700
इफको 350