तेलंगाना पुलिस ने बिजनौर आकर की आतंकियों की छानबीन
पिछले साल सितंबर में बम विस्फोट के बाद फरार छह आतंकियों में से दो के तेलंगाना में मारे जाने के मामले में कल रात तेलंगाना पुलिस की टीम ने बिजनौर पहुंचकर जांच पड़ताल की। तेलंगाना पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) व स्थानीय पुलिस से घटना के बारे गहनता से
लखनऊ। पिछले साल सितंबर में बम विस्फोट के बाद फरार छह आतंकियों में से दो के तेलंगाना में मारे जाने के मामले में कल रात तेलंगाना पुलिस की टीम ने बिजनौर पहुंचकर जांच पड़ताल की। तेलंगाना पुलिस ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) व स्थानीय पुलिस से घटना के बारे गहनता से जानकारी जुटाई। आतंकियों की फुटेज व तमाम दस्तावेज साथ ले गई है। आशंका है कि बाकी आतंकी भी तेलंगाना में छिपे हैं।
12 सितंबर 2014 को मोहल्ला जाटान में ब्लास्ट हो गया था। घटना के बाद जाटान और भाटान में छिपे छह आतंकी एजाजुद्दीन, असलम, अकरम, सादिक, जाकिर हुसैन व महबूब फरार हो गए थे। काफी तलाश के बाद भी आतंकियों को कोई सुराग नहीं मिल सका था। जांच में पता चला था कि सभी आतंकी 1 अक्टूबर 2013 को मध्य प्रदेश के खंडवा जेल से फरार हुए थे। तब से तमाम एजेंसियां आतंकियों को खोज रहीं थीं। चार मई को कुख्यात एजाजुद्दीन व असलम को तेलंगाना के नलगोंडा पुलिस ने मुठभेड़ में मारा गिराया था। दोनों आतंकियों की पहचान होने पर केंद्र गृह मंत्रालय भी हरकत में आ गया था। 26 अप्रैल को बिजनौर आतंकी घटना की जांच एनआइए को सौंप दी गई थी।
गुरुवार रात नलगोंडा के एएसपी तीन सदस्यीय टीम के साथ बिजनौर पहुंचे। उन्होंने पुलिस से पूछताछ की और अब तक पुलिस द्वारा एकत्र जानकारी काअवलोकन किया। टीम ने सभी आतंकियों की फुटेज, पूछताछ दस्तावेज देखे। एनआइए टीम से बातचीत में आतंकियों के संभावित ठिकानों के बारे में चर्चा की। शुक्रवार को टीम सभी दस्तावेज लेकर वापस चली गई। इससे पहले भी एक बार तेलंगाना पुलिस बिजनौर आ चुकी है।
रईस टेलर व अब्दुल्ला से पूछताछ
एनआइए टीम ने आज सुबह भाटान मोहल्ले में रईस टेलर व उसके बेटे अब्दुल्ला के परिजनों से पूछताछ की। टीम जांच के दौरान दूसरी बार यहां पहुंची है। एएसपी जलजराज सिंह ने आरोपियों के परिजनों से पूछताछ कर घटना के बारे में जानकारी ली और आतंकियों से रईस व अब्दुल्ला के संबंधों के बारे में जांच पड़ताल की।